दिल्ली. देश के पहले आईआईटियन मुख्यमंत्री मनोहर परिकर का रविवार को निधन हो गया।

पैन्क्रियाज कैंसर से जूझ रहे 63 वर्षीय परिकर की हालत पिछले दो दिन से बेहद खराब थी। रविवार को उनकी स्थिति और ज्यादा नाजुक हो गई थी, जिसके बाद दोना पाउला स्थित उनके निजी आवास पर डॉक्टरों की टीम ने स्वास्थ्य को संभालने का प्रयास किया। लेकिन रात 8 बजे के करीब उनका निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी पूरे देश को दी। परिकर के निधन पर केंद्र सरकार ने 18 मार्च को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान देश की राजधानी के साथ राज्यों और केंद्रशासित राज्यों की राजधानियों नें राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक जताने के लिए सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होगी। मंत्रिमंडल की विशेष बैठक सुबह 10 बजे होगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पर्रिकर की याद में दो मिनट का मौन रखा जाएगा और जन प्रतिनिधि के रूप में उनके योगदान की प्रशंसा में एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।

इससे पहले गोवा में चल रहे सियासी संकट के बीच रविवार देर शाम मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट के जरिए परिकर की हालत बेहद नाजुक होने की पुष्टि की थी। इसी दौरान मुख्यमंत्री के निजी आवास पर भारी पुलिस बल भी तैनात कर दिए जाने के बाद उनके रिश्तेदार, बहुत सारे वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और राजनीतिक नेताओं के वहां पहुंचने से किसी अप्रिय समाचार के सामने आने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह अद्वितीय नेता, सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे।