मुंबई। मुंबई के स्पेशल कोर्ट ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक नवाब मलिक और अनिल देशमुख को 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए वोट डालने के लिए जमानत देने से इंकार कर दिया है. इसके साथ ही पहले से ही महाराष्ट्र में भाजपा के अतिरिक्त उम्मीदवार खड़ा करने से रोचक हो चुका चुनाव अब कांटे का हो गया है.

बता दें कि महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए चुनाव होना है. भाजपा के दो प्रत्याशी आसानी से राज्यसभा जा सकते हैं, लेकिन तीसरा उम्मीदवार खड़ाकर पार्टी ने सत्तारुढ़ महाविकास अघाड़ी की नींद उड़ा दी है. भाजपा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व विधायक अनिल बोंडे और पूर्व सांसद धनंजय महाडिक को प्रत्याशी बनाया हुआ है. वहीं शिवसेना ने संजय राऊत और संजय पवार को टिकट दिया है. कांग्रेस ने स्थानीय कांग्रेस नेता को मौका देने की बजाए उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट दिया है. वहीं एनसीपी ने अपने वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल को फिर एक बार मौका दिया है. कांग्रेस के प्रत्याशी का स्थानीय कांग्रेस नेता ही विरोध कर रहे हैं. ऐसे में सभी की निगाहें चुनाव पर टिकी हुई है.

ऐसे में एनसीपी के दो विधायकों का चुनाव से पत्ता कट जाने के बाद मुकाबला और रोचक हो गया है. राज्यसभा के चुनाव में महाविकास अघाड़ी के तीनों घड़े की हालत खराब है. एनसीपी के विधायकों के वोट नहीं देने की स्थिति में अगर भाजपा जीतती है, तो पहले ही तीनों दलों के बीच चल रहा सिर फुटौव्वल और बढ़ सकता है.