रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत (Domestic LPG cylinder price hiked) में एक बार फिर 50 रुपये और कमर्शियल गैस सिलेंडर में 350 रुपये की बढ़ेतरी की कड़ी निंदा की है. जब सभी खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं ऐसे समय यह वृद्धि आम लोगों पर और अधिक बोझ डालती है.

इस वृद्धि से और ज्यादा लोग सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग करना छोड़ देंगे. क्योंकि वे इसे वहन नहीं कर सकते. उज्ज्वला योजना के तहत पहले से ही 10 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने पिछले साल के दौरान कोई रिफिल सिलेंडर नहीं लिया है. करीब 12 फीसदी ने सिर्फ एक रिफिल लिया. कुल 56.5 प्रतिशत ने 7+ सिलेंडरों के न्यूनतम आवश्यक वार्षिक औसत और प्रति वर्ष 12 सिलेंडरों की पात्रता के मुकाबले केवल 4 या उससे कम रिफिल लिए.

इस साल दूसरी बार कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भी बढ़ोतरी (Commercial LPG cylinder prices hiked) की गई है. एक सिलेंडर 350.50 रुपये महंगा होगा. दिल्ली में अब यह 1769 रुपये के बजाय 2119.50 हो गया. इससे सभी प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की लागत में वृद्धि होना तय है, जिससे कीमतों में और वृद्धि होगी.

यह क्रूर बढ़ोतरी देश में बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के बढ़ते स्तर की पृष्ठभूमि में आई है. माकपा की छत्तीसगढ़ राज्य समिति इन बढ़ोतरी को तुरंत वापस लेने की मांग करती है.