CRIF Highmark Report Detail: क्रेडिट ब्यूरो सीआरआईएफ हाईमार्क की एक रिपोर्ट में एक दिलचस्प तथ्य सामने आया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं ने 2023 में समग्र उद्योग दर की तुलना में तेज़ दर से उधार लिया. अगर पुरुषों के साथ ऋण लेने वाली महिलाओं की संख्या की तुलना की जाए, तो यह बहुत तेज़ गति से बढ़ रही है.
क्रेडिट ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, महिला उधारकर्ताओं का पोर्टफोलियो बकाया दिसंबर’22 में 26.00 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर दिसंबर’23 में 30.95 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 19 प्रतिशत अधिक है, जबकि समग्र खुदरा पोर्टफोलियो रुपये से 17 प्रतिशत बढ़ गया. दिसंबर’22 में 100.29 करोड़ रुपये से दिसंबर’23 में 117.36 लाख करोड़ रुपये हो गया.
सक्रिय ऋण वाली महिला उधारकर्ताओं की संख्या साल-दर-साल 17.8 प्रतिशत बढ़कर दिसंबर’23 तक 7.83 करोड़ हो गई, जबकि दिसंबर’22 तक यह 6.65 करोड़ थी. सक्रिय ऋण वाले पुरुष उधारकर्ताओं की संख्या दिसंबर’22 तक 17.83 करोड़ से बढ़कर दिसंबर’23 तक 20.17 करोड़ हो गई, जो साल-दर-साल 13.1 प्रतिशत की वृद्धि है.
सीआरआईएफ हाईमार्क ने कहा कि कैलेंडर वर्ष 2023 में स्वर्ण ऋण को छोड़कर सभी प्रमुख उत्पादों के लिए महिला उधारकर्ताओं के बीच नए ऋण की मात्रा पुरुष उधारकर्ताओं की तुलना में अधिक है. 35 वर्ष से कम या उसके बराबर आयु की युवा महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी पिछले तीन वर्षों में बढ़ी है. 2021 में 41.1 प्रतिशत से 2023 में 45 प्रतिशत तक.
36-50 वर्ष आयु वर्ग में महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी 2021 में 42.4 प्रतिशत से घटकर 40.4 प्रतिशत हो गई. इसी तरह, 50 या उससे अधिक उम्र की महिला उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी 2021 में 16.5 प्रतिशत से घटकर 2023 में 14.5 प्रतिशत हो गई.
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