रायपुर। पिपरछेड़ी में 17 से ज्यादा महिलाओं को भीड़ ने कुचल दिया था. इसके बाद सेवा सहकारी समिति में टोकन वितरण कार्य में लापरवाही बरतने पर समिति प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया था. अब इस मामले की दुर्ग के पुलिस महानिरीक्षक ओपी पॉल बालोद जांच करेंगे.

दरअसल, धान बेचने के लिए टोकन लेने भीड़ उमड़ी थी. भगदड़ में 17 महिलाएं जख्मी हो गईं थीं. सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. CS अमिताभ जैन ने आज कलेक्टर, आईजी, एसपी कांफ्रेंस में बालोद घटना के संदर्भ में अधिकारियों से पूछा. इसके अलावा दुर्ग IG ओपी पाल मामले की जांच करने के निर्देश दिए.

बता दें कि टोकन वितरण के लिए 4 गांव के लोगों को बुलाया गया था. समिति में उमड़ी भीड़ के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई थी. शासन की महत्वपूर्ण समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य में लापरवाही बरतने पर समिति प्रबंधक यशवंत कुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया था.

इसके बाद सेवा सहकारी समिति पिपरछेड़ी में अव्यवस्था की जानकारी मिलने पर कलेक्टर जनमेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार वहां पहुंचे थे. उन्होंने धान खरीदी के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया था. व्यवस्था सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने बताया कि समिति में अव्यवस्थित भीड़ के दौरान घायल ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी. अब इस मामले की IG जांच करेंगे.

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