रिपोर्ट- धीरज कुमार दुबे

कोरबा। कोरबा में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के गोढ़ी-पंडरीपानी स्थित डीएसपीएम पावर प्लांट के राखड़ डैम टूटने के मामले में तीन दिन बाद पर्यावरण संरक्षण मंडल ने संज्ञान लिया है। पर्यावरण संरक्षण मंडल ने प्लांट प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। जिला पर्यावरण संरक्षण मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक आर पी शिंदे के अनुसार मामले में प्रबंधन को नोटिस जारी करने के साथ ही राखड़ डैम की स्थिति, टेक्निकल ड्राइंग डिजाइन सहित अन्य जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा वर्तमान में प्रबंधन की ओर से जहां राख डाला जा रहा था उस पर रोक लगा दी गई है।


क्या था मामला
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के 500 मेगावाट क्षमता के डीएसपीएम पावर प्लांट का राखड़ डैम का तटबंध पिछले गुरुवार की तड़के राखड़ पानी ओवरफ्लो होने की वजह से टूट गया था। इस घटना के चलते राखड़ डैम के आसपास स्थित करीब 30 एकड़ से अधिक खेत राखड़ से पट गया था, जिसकी वजह से खेतों में लगी सारी फसलें चौपट हो गई। जिसे लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई थी, घटना के दूसरे दिन ही कलेक्टर मोहम्मद कैसर अब्दुल हक ने शुक्रवार को डैम का निरीक्षण कर प्रभावित हिस्से का सुधार व मरम्मत कार्य जल्द पूरा करने करने का निर्देश दिया था। अब इसके बाद पर्यावरण संरक्षण मंडल ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए पावर संयंत्र प्रबंधन को नोटिस जारी किया है।


प्रदूषण से परेशान हैं किसान
गोढ़ी-पंडरीपानी सहित आस-पास के कई गांवों के किसान प्लांट के प्रदूषण से परेशान हैं। प्लांट से निकलने वाली राख को राखड़ डैम में डाला जाता है लेकिन सही मात्रा में पानी न डालने से राख उड़ते हुए आस-पास के क्षेत्रों में पहुंचती है। वहीं कई बार ज्यादा मात्रा में राखड़ के साथ पानी डालने से ओवर फ्लो की स्थिति भी बन जाती है।
किसानों का खेत किया था अधिग्रहण, नहीं दी नौकरी
कंपनी ने प्लांट के लिए 2006-07 में गोढ़ी में किसानों की करीब 600 एकड़ खेत का अधिग्रहण किया था। 308 किसानों से उनकी जमीन ली गई थी और नौकरी देने का वादा भी किया था लेकिन 150 लोगों को ही नौकरी में रखा गया बाकि के 158 किसानों को आज तक नौकरी नहीं दी गई।