रायपुर। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हँसराज अहीर भी मानते हैं कि जेएनयू के भीतर नक्सलवादी, उग्रवादी और देश को नुकसान पहुँचाने वाले लोग भरे हुए हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में कुछ कलंकित लोग बैठे हुए हैं. हालांकि जब पत्रकारों ने ये इस पर सवाल किया कि, तो क्या विश्वविद्यालय को बंद कर दिया जाना चाहिए. इसके जवाब में उन्होंने कहा, कि विश्वविद्यालय बंद नहीं करेंगे, लेकिन वहाँ ऐसे लोगों को हटा जरूर देंगे और धीरे-धीरे देश विरोधी लोगों को हटाया भी जा रहा है.

वहीं उन्होंने कहा, कि वामपंथी विचारों से देश को नुकसान हो रहा है, देश के युवाओं को भटकाने का काम किया जा रहा है. वामपंथी विचारोंने आदिवासियों को उनके हक और अधिकारों से वंचित रखा है. ऐसे लोगों से युवाओं को बचाने की जरूरत है.

वहीं उन्होंने यह भी दावा किया कि, नक्सलवाद धीरे-धीरे सिकुड़ता जा रहा है. नक्सलवाद पहले 750 थाना क्षेत्रों तक फैला था अब 400 थाना सीमित हो गया है.  हम नक्सलवाद को गोलियों के सहारे खत्म नहीं करना चाहते है. गोलियां तो सीमापार के आंतकियों और उग्रवादियों के लिए है, नक्सलियों के लिए गोलियां नहीं है. नक्सली बंदूक छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े उनके सामने आदिवासियों को देने के लिए बहुत कुछ है.