कपिल मिश्रा, शिवपुरी। जिले के एक गांव में रोचक मामला सामने आया है। 8 साल पहले जिस व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जिस मौत पर पंचायत भी मुहर लगा चुकी है ऐसा मृतक खुद को जिंदा करने की गुहार लगाते दफ्तरों का चक्कर काट रहा है। जी हां यह कहानी नहीं, हकीकत है। मामला जब शिवपुरी जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ के मामला सामने आया, तो वो भी आश्चर्य में पड़ गए।

मामला खनियांधाना के कालीपहाड़ी पंचायत का है। पीड़ित शेर सिंह यादव खनियांधाना के काली पहाड़ी का रहने वाला है। जो पिछले 8 साल से खुद को जिंदा घोषित कराने के लिए जिले के अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। इस दफ्तर से उस दफ्तर दौड़ते-दौड़ते पीड़ित की कई चप्पलें टूट चुकी है, लेकिन अभी तक वह जिंदा नहीं हो सका है।

इसे भी पढ़ें ः वित्त विभाग की आपत्ति के बाद भी शिवराज कैबिनेट ने लिया ये बड़ा फैसला

पीड़ित ने बताया कि ग्राम पंचायत कालीपहाड़ी के सचिव और सरपंच ने उसे समग्र आईडी में स्वर्गीय घोषित कर दिया है। जिंदा होते हुए सरपंच ने भी मुझे स्वर्गीय सत्यापित कर दिया है। ऐसी स्थिति में मेरा कोई भी शासकीय काम नहीं हो पा रहा है। शासकीय राशन से भी वंचित हूं। इस वजह से आठ साल से परेशान हूं।

इसे भी पढ़ें ः ओबीसी आरक्षण पर हाईकोर्ट की रोक के बाद, कांग्रेस बोली- सत्ता में आए तो देंगे 27 फीसदी आरक्षण, मंत्री ने कहा- सरकार प्रयास कर रही

मामले में शिवपुरी जिला पंचायत के एडिशनल सीईओ का कहना है शेर सिंह यादव ने मामले में आवेदन दिया है कि उसे पंचायत द्वारा मृतक घोषित कर दिया गया है। सीईओ ने कहा जांच के बाद संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

इसे भी पढ़ें ः साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एम्स डायरेक्टर पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, दिल्ली भेजा जाएगा प्रस्ताव

देखिये वीडियो: