मनोज यादव, कोरबा. लगातार मिल रही शिकायतों और कारनामे के कारण चर्चा में आए रामपुर क्षेत्र के जेके हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की गाज गिरी है. अस्पताल द्वारा मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद इस अस्पताल पर कार्रवाई कर लाइसेंस का आवेदन रद्द कर दिया गया है. अस्पताल के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल संचालक फरार चल रहा है.
बता दें कि, बीते दिन पथरी के उपचार के लिए इस अस्पताल में एक ग्रामीण को भर्ती किया गया था. इंजेक्शन और दवा देने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई. आनन-फानन में पीड़ित को उसके परिजनों ने 2-4 दूसरे अस्पताल में पहुंचाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. थक हार कर पीड़ित को वापस जेके हॉस्पिटल लाया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई. परिजनों की शिकायत पर रामपुर पुलिस ने जेके हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामला दर्ज होने के बाद संचालक फरार है.
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साथ ही एक अन्य मामले को लेकर बालको नगर के भद्रा पारा की रहने वाली अमृता देवी टंडन ने अपनी पुत्री कलश की मौत को लेकर इस अस्पताल के खिलाफ प्रशासन और पुलिस के बाद स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की है. बताया गया कि, बालकों चिकित्सालय के बाद इस अस्पताल में कलश का उपचार हुआ और फिर उसकी मौत हो गई.
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वहीं इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ ने बताया कि जेके हॉस्पिटल का लाइसेंस संबंधी ऑनलाइन आवेदन रद्द कर दिया गया है. नर्सिंग होम एक्ट के अंतर्गत इसके संचालन को अवैध माना गया है. भविष्य में यह काम नहीं कर सकेगा.
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