देहरादून: उत्तराखंड शिक्षा निदेशक विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को मासिक परीक्षा की जगह अब एक वार्षिक सत्र में केवल चार परीक्षाएं कराने का निर्देश जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के समस्त सरकारी विद्यालयों में कक्षा तीन से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की अब हर महीने मासिक परीक्षा के स्थान पर साल भर में केवल चार परीक्षाएं होंगी।

अगस्त में दूसरी इकाई की परीक्षा

उत्तराखंड शिक्षा निदेशक विभाग के अनुसार दो परीक्षाएं अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले और दो इसके बाद होंगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा, कक्षा तीन से पांचवीं तक के छात्रों की पहली परीक्षा मई माह में मासिक परीक्षा के स्थान पर पहली इकाई परीक्षा होगी। इसके बाद अगस्त में दूसरी इकाई परीक्षा होगी।

यह भी पढ़ें: CRPF प्रशिक्षु असिस्टेंट कमांडेंट का प्रशिक्षण शुरू, आपदाओं से निपटने का मिलेगा प्रशिक्षण

गौरतलब है कि नए नियमावली के अनुसार अक्टूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद नवंबर व दिसंबर में तीसरी और चौथी परीक्षा होगी। साथ ही ठीक इसी तरह कक्षा छह से 10वीं तक के छात्र-छात्राओं की अक्टूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले मई व अगस्त में परीक्षा होगी, जबकि दो अन्य परीक्षाएं नवंबर व दिसंबर में होगी।

‘समय में संपन्न हो परीक्षा’

वहीं, कक्षा 11वीं और 12 वीं के छात्रों की पहली परीक्षा जुलाई व दूसरी परीक्षा अगस्त में होगी। अक्टूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद तीसरी परीक्षा नवंबर वहीं चौथी परीक्षा दिसंबर में होगी। शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी द्वारा जारी निर्देश में अधिकारियों को कहा गया कि मासिक, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं तय समय सीमा में संपन्न कराई जाए।