नई दिल्ली। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ और सीसी) राष्ट्रीय राजधानी में 10 जलाशयों को वेटलैंड घोषित करेगा. दिल्ली पार्क्‍स एंड गार्डन्स सोसाइटी की एक रिपोर्ट में पहचाने गए जल निकाय- संजय झील, हौज खास झील, भलस्वा झील, स्मृति वन (कोंडली), स्मृति वन (वसंत कुंज), नजफगढ़ झील, वेलकम झील, दरियापुर कलां, सुल्तानपुर डबास, पोठ कलां (सरदार सरोवर झील) शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार इन जल निकायों की जल गुणवत्ता का आकलन भूमि एजेंसियों द्वारा किया जाएगा, जिन्हें जल निकायों की बहाली के लिए सांकेतिक दिशानिर्देशों के अनुसार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) हर महीने या साल में कम से कम 8 बार सभी जल निकायों का जल परीक्षण या नमूना लेने की आवश्यकता होगी.

अगर राज्य प्रदूषण पर दिशा-निर्देश नहीं मानेंगे, तो हम टास्क फोर्स का गठन करेंगे : सुप्रीम कोर्ट

 

मार्च से मई, 2020 तक पानी की गुणवत्ता का एकमुश्त आकलन किया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, कुल सैंपल लिए गए जल निकायों में से 115 वर्ग डी (वन्यजीव और मत्स्य पालन का प्रसार) के पानी की गुणवत्ता के मानदंडों को पूरा करते हैं. इस बीच भारत का अमृत महोत्सव के उत्सव के लिए मास्टर ट्रेनर बनाए गए, जिसमें 787 स्कूल शिक्षकों ने वेटलैंड मूल्यों पर प्रशिक्षण दिया. इसके अलावा ईको क्लबों का आयोजन किया गया, जिसमें 2,000 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों ने भाग लिया. इसके साथ ही वेटलैंड मित्र कुल 27, नि:शुल्क आधार पर संरक्षण में प्राधिकरण की सहायता करेंगे. वेटलैंड मित्रों की पहली बैठक 31 अगस्त 2021 को बुलाई गई थी. वे आस-पड़ोस के जलाशयों की पहचान करेंगे और वेटलैंड अथॉरिटी के लिए उनके खतरों या चुनौतियों को दूर करने के लिए कार्रवाई करेंगे.

‘SEX’ वाली स्कूटी बनी छात्रा के लिए मुसीबत, घर से बाहर निकलना हुआ मुश्किल

 

इनके अलावा, सात जिलों ने मॉडल तालाबों (उत्तर, उत्तर पश्चिम, दक्षिण, दक्षिण पश्चिम, नई दिल्ली, उत्तर पूर्व और पश्चिम) की पहचान की है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मॉडल तालाबों के लिए बेंचमार्क तैयार कर सभी जिलाधिकारियों को भेज दिया गया है.