आतिशी ने कहा, शिक्षा सदैव हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है. शिक्षा का स्तर बेहतर किया गया है. स्कूलों की दशा सुधारी गई है.
वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि शिक्षा की क्रांति मेरे बड़े भाई मनीष सिसोदिया की वजह से आया है. हमारी सरकार लगातार इसके लिए काम कर रही है. हमारा बजट राम राज्य जैसा है. पहले दिल्ली के अस्पतालों में गंदगी थी. सरकारी अस्पतालों में कोई जाना नहीं चाहता था. जवाब कोई देना नहीं चाहता था. इलाज कराने के लिए लोगों के पास पैसा नहीं था. जमा पूंजी सब लग जाता थी. 2014 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय दो लाख रुपये से ज्यादा थी. लेकिन दिल्ली सरकार ने फैसला किया कि स्वास्थ्य सेवा पर ज्यादा ध्यान देंगे. नौ साल में अस्पतालों की सूरत बदल गई.
आतिशी ने कहा कि हमने 9 साल में 22,711 नए क्लासरूम बनाए. अत्यधिक लैबोरेट्री हैं. हर स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम है. सीढ़ियां टूटी हुई थी तो आज लिफ्ट लगाई हुई है. टीन टप्पर वाले स्कूल आज टैलेंट वाले स्कूल बन गए हैं. पिछले 9 सालों में 400 से ज्यादा सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को कैंब्रिज और 950 से ज्यादा टीचर्स को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए भेजा. 1700 प्रिंसिपल को आईआईएम अहमदाबाद में ट्रेनिंग के लिए भेजा.
आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल से हम ऐसा करते आ रहे हैं. 2014-15 में शिक्षा का बजट 6514 करोड़ रुपये था. इस बार 2024-25 के बजट में 16,396 करोड़ का प्रावधान किया है. मुख्यमंत्री जी हमेशा कहते हैं चाहे दो सड़क और फ्लाईओवर काम बन जाएं, लेकिन शिक्षा के लिए पैसा कम नहीं होना चाहिए.