नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा से दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग के चर्चित मामले में करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ सोमवार को हुई. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लोकेश शर्मा से कई सवाल पूछे गए.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा मार्च 2021 में दायर एक शिकायत के आधार पर कई धाराओं के तहत फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि ओएसडी द्वारा लीक किए गए ऑडियो के माध्यम से उनकी छवि खराब की गई थी.

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लोकेश शर्मा ने इस प्राथमिकी को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी और 13 जनवरी तक हाई कोर्ट से गिरफ्तारी से राहत मिली थी.
राजस्थान का यह फोन टैपिंग विवाद जुलाई 2020 में कुछ कांग्रेसी नेताओं के विद्रोह के दौरान सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुटों के बीच विवाद सामने आने के बाद सामने आया था. उस समय गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आया था. ऑडियो मीडिया में लीक हो गया था, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने ईमेल के जरिए तत्कालीन दिल्ली पुलिस कमिश्नर को शिकायत दर्ज कराई थी. पूछताछ के दौरान क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा से पूछा कि वायरल हुई क्लिप उसके पास कैसे पहुंची. लोकेश शर्मा को अपराध शाखा द्वारा पहले भी तीन बार पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया था.