नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की सरकार एक तरफ बीमार लोगों के बेहतर इलाज के लिए अस्पतालों की व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटी है. इस कड़ी में बेड्स के साथ-साथ आगजनी जैसे घटनाओं से निपटने की भी पुख्ता व्यवस्था कर रही है. इसके लिए दिल्ली के सात बड़े सरकारी अस्‍पतालों में 24 घंटे फायर ब्र‍िगेड की गाड़ी के मौजूद रहने का आदेश दिया है.

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने द‍िल्‍ली अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को 7 सरकारी अस्पतालों में आग से निपटने के लिए मौजूदा तंत्र को अत्याधुनिक बनाने के लिए निर्देशित किया है. इन अस्पतालों में अब फायर ब्रिगेड की गाड़ी 24 घंटे मौजूद रहेगी. साथ ही अत्याधुनिक फायर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे, जो किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियों में समय रहते उसे काबू कर ले.

यह परियोजना पायलट आधार पर यमुनापार के सबसे बड़े अस्‍पताल जीटीबी और सेंट्रल द‍िल्‍ली के जीबी पंत अस्‍पताल समेत सात सरकारी अस्पतालों में शुरू की जा रही है.

बताते चलें क‍ि कई बार अस्‍पताल में शॉर्ट सर्किट या फ‍िर दूसरी क‍िसी वजह से अचानक आग लगने की स्‍थ‍ित‍ि में अफरा तफरी का माहौल बन जाता है. इसकी वजह से अस्‍पताल में भर्ती मरीजों की सुरक्षा को लेकर ज्‍यादा च‍िंता हो जाती है. कोव‍िड की दूसरी लहर के दौरान भी द‍िल्‍ली के एक अस्‍पताल में आग लगने पर भर्ती 18 मरीजों की जान जोखिम में आ गई थी. इन घटनाओं को देखते हुए दिल्ली सरकार भविष्य में ऐसी घटनाओं का दोहराव न हो इसकी तैयारी में जुटी है.