अंकुर तिवारी, धमतरी। लगातार शिकायत के बाद साेमवार काे सुबह 10 बजे डीईओ निरीक्षण पर बीईओ कार्यालय गईं। यहां गेट पर ताला मिला। दस्तावेज अस्त-व्यस्त देखकर नाराज हुईं। डीईओ ने दस्तावेज जांचने मंगाए ताे एबीईओ ने बहस की। डीईओ की शिकायत के बाद कलेक्टर जेपी मौर्य ने एबीईओ को तुरंत निलंबित कर दिया। धमतरी बीईओ कार्यालय के अफसरों की लंबे समय से शिकायत कलेक्टर को मिल रही थी। उन्होंने डीईओ को जांच के निर्देश दिए थे। सोमवार को डीईओ रजनी नेल्सन निरीक्षण पर गईं। इस दौरान सहायक संचालक डॉ. आरएन मिश्रा, वरिष्ठ लेखा परीक्षक आरके देवांगन, सहायक ग्रेड-3 उपेंद्र साहू मौजूद थे। सभी सुबह करीब 10 बजे बीईओ कार्यालय गए ताे यहां मुख्य गेट पर ताला लगा था। ऑफिस में दस्तावेज अलमारी और अन्य दस्तावेज अव्यवस्थित ढंग से रखे थे। लेखापाल व सहायक ग्रेड-2 सीपी नेताम सुबह 10:35 बजे कार्यालय में आए। अन्य अफसर, कर्मचारी सुबह 10:45 के बाद ऑफिस आए। इस समय तक बीईओ डीआर गजेंद्र, एबीईओ संजीव कश्यप अनुपस्थित थे। दोपहर 12 बजे एबीईओ आए। डीईओ ने कारण पूछा तो बीईओ के निर्देश पर तेलीनसत्ती जाने की जानकारी दी। फिर बीच से ही लौट कर आने का कारण पूछा ताे नहीं बताया।

डीईओ ने कलेक्टर से की एबीईओ की शिकायत

डीईओ रजनी नेल्सन ने एबीईओ संजीव कश्यप द्वारा बहस करने की जानकारी कलेक्टर जेपी मौर्य काे दी। कलेक्टर ने तुरंत आदेश जारी कर दिया। कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी के साथ अमर्यादित अभद्रतापूर्वक वाद-विवाद बहस करना छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 में प्रावधान इस नियमों के प्रतिकूल है। इसलिए संजीव कश्यप एबीईओ धमतरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।

काम की जानकारी मांगी ताे भड़क गए एबीईअाे

डीईओ रजनी नेल्सन ने एबीईओ संजीव कश्यप को आवंटित काम के संबंध में जानकारी मांगी। वे जानकारी नहीं दे पाए। इस बीच बीईओ डीआर गजेंद्र भी कार्यालय में आए। डीईओ ने अफसरों को डांटा। समय पर ऑफिस आने और बीईओ कार्यालय से संबंधित सभी जानकारी बनाकर प्रस्तुत करने निर्देश दिए। यह सुनते ही एबीईओ संजीव कश्यप गुस्से में आ गए। अपशब्द कहकर डीईअाे नेल्सन से ही बहस करने लगे।

2 माह पहले भी किया था दुर्व्यवहार: डीईओ

डीईओ रजनी नेल्सन ने बताया कि बीईओ कार्यालय के अफसरों की लंबे समय से शिकायत मिल रही थी। 2 माह पहले गई थी। तब भी एबीईओ ने दुर्व्यवहार किया था। सोमवार को दोबारा गई तो 10 बजे मेन गेट पर ताला लगा था। जबकि इस समय तक ऑफिस खुल जाना था। करीब दो घंटे देरी से एबीईओ अफसर आए। उन्हें आवंटित कामों की जानकारी मांगी तो गुस्से में आ गए। दुर्व्यवहार करने लगे। कलेक्टर काे बताया। उन्हाेंने कार्रवाई की।