रायपुर। केंद्र में भाजपा की सरकार को बने 3 साल से ज्यादा का समय हो चुका है और इस दौरान पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं. पेट्रोल और डीजल के दाम पर पूर्व की यूपीए की सरकार को लगातार कोसने वाली भाजपा केंद्र में अपनी सरकार रहते हुए भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगाम नहीं लगा पाई. ऊपर से इसके दाम लगातार बढ़ाकर जनता की जेब पर बोझ डालती रही.
इस शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में एक बार फिर इजाफा किया गया. दिल्ली में दाम बढ़कर 70.38 रुपए प्रति लीटर हो गए, जो पिछले 8 महीनों में सबसे अधिक है. वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमत 79.14 रुपए प्रति लीटर रहे, जो अगस्त 2014 के बाद सबसे अधिक है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेट्रोल और डीजल की कीमतें ग्लोबल बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर निर्भर करती हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में करीब 3.25 फीसदी की गिरावट आई थी, बावजूद इसके कीमतें बढ़ाई गईं.
डायनैमिक प्राइसिंग से नुकसान

केंद्र सरकार ने जून महीने से डायनैमिक प्राइसिंग मेथड अपनाया था. उस वक्त पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि इससे लोगों को फायदा होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बल्कि पिछले ढाई महीनों में पेट्रोल में करीब 7 रुपए और डीजल में 5 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हो गया है.

पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी होने का ये हाल तब है, जब दुनिया के बाकी देशों में रोज इसकी कीमतें घट रही हैं.

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कम है कच्चे तेल की कीमत

विशषज्ञों के मुताबिक, जब 4 साल पहले यूपीए सरकार में पेट्रोल की कीमत 70 रुपए हुई थी, तब कच्चे तेल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 120 रुपए प्रति लीटर के आसपास थी. जबकि वर्तमान में ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत 50 से 52 रुपए है, बावजूद इसके भारतीय तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमत लगातार बढ़ा रही है.

सबसे अधिक दाम महाराष्ट्र और भोपाल में हैं, क्योंकि यहां पेट्रोल-डीजल पर सरकार सबसे ज्यादा वैट वसूलती है. भोपाल में 2 जुलाई के बाद से अब तक 7.11 रु प्रति लीटर पेट्रोल के दाम बढ़े हैं और अब इसकी कीमत 76.70 रुपए प्रति लीटर है. भोपाल में डीजल 65.17 रुपए प्रति लीटर है. इंदौर में पेट्रोल के दाम 75 रुपए के पार चले गए हैं. इंदौर में पेट्रोल 76.53 रुपये प्रति लीटर और डीजल 64.92 रुपये प्रति लीटर हैं.

अगर देश के चार महानगरों की तुलना करें, तो 12 सितंबर को दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.38 रुपए प्रति लीटर है. कोलकाता में 73.12 रुपए, मुंबई में 79.48 रुपए और चेन्नई में 72.95 रुपए प्रति लीटर है.

डीजल के दाम में भी आग

दिल्ली में डीजल का भाव 58.72 रुपए प्रति लीटर है. वहीं मुंबई में यह 61.37 रुपए, कोलकाता में 62.37 रुपए और चेन्नई में 61.84 रुपए प्रति लीटर है. फिलहाल देश में अधिकतर जगहों पर डीजल 61 रुपए प्रति लीटर के पार है.

पेट्रोल की खुदरा कीमतों में भले ही इजाफा हुआ है, लेकिन कच्चे तेल का भारतीय बास्केट 45 फीसदी से ज्यादा सस्ता हुआ है. अगस्त 2014 में क्रूड का भाव 6,291.91 रुपए प्रति बैरल था, अब ये 3,424.94 रुपए प्रति बैरल है. एक बैरल 159 लीटर के बराबर होता है. भारतीय बास्केट में दुबई और ओमान के ‘सावर ग्रेड’ की 73% हिस्सेदारी है.

बता दें कि मई 2014 में जब बीजेपी सरकार सत्ता में आई थी, तब पेट्रोल के दाम 71.41 रुपये प्रति लीटर थे. लेकिन अभी ये देश के अधिकतर राज्यों में करीब 80 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर है.

जुलाई से सितंबर के बीच पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी

तारीख                पेट्रोल की कीमत                    डीजल की कीमत

1 जुलाई 2017         63.30 रु प्रति लीटर             53.77 रु प्रति लीटर
1 अगस्त 2017        65.63रु प्रति लीटर             56.09 रु प्रति लीटर
1 सितंबर 2017       69.39 रु प्रति लीटर             57.56 रु प्रति लीटर
9 सितंबर 2017       70.28 रु प्रति लीटर            58.57 रु प्रति लीटर

पिछले 4 सालों में पेट्रोल के रेट

मार्च 2014 – 73.16 रुपए प्रति लीटर
मार्च 2015- 60.49 रुपए प्रति लीटर
मार्च 2016- 59.69 रुपए प्रति लीटर
मार्च 2017- 66.71 रुपए प्रति लीटर

सितंबर 2017- 70 रुपए से ज्यादा, कई राज्यों में 80 रुपए प्रति लीटर के करीब