रेणु अग्रवाल, धार। सुप्रीम कोर्ट से मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, मध्य प्रदेश के धार जिले के भोजशाला परिसर में सर्वे को रोकने ने लिए मुस्लिम पक्ष ने याचिका दायर की थी। जिसे उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दिया है। इसके पहले शुक्रवार सुबह आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया सर्वे के लिए भोजशाला पहुंची। इस दौरान मुस्लिम पक्ष मौजूद नहीं रहा। अब ASI की टीम कल सर्वे करेगी।

भोजशाला में पढ़ी नमाज

वहीं शुक्रवार को भोजशाला में मुस्लिम समाज जिसे मस्जिद कहता है वहा नमाज अदा की गई है। नमाज के पहले एसपी धार भोजशाला पहुंचे। होने वाले नमाज को लेकर भोजशाला की सुरक्षा बढ़ाई गई थी। एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों ने मॉनिटरिंग किया। वहीं सोशल मीडिया पर धार पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है।

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याचिका खारिज होने पर शहर काजी ने कही ये बात

शहर काजी वकार सादिक ने कहा कि मुस्लिम पक्ष की ओर से कोई अधिकृत नहीं था। कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी की ओर से निजी तौर पर अब्दुल समद है। अब्दुल समद को आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को नोटिस देना था, लेकिन मेरी जानकारी के अनुसार उसे नोटिस नहीं दिया गया। 1902 और 1903 की सर्वे रिपोर्ट मौजूद है, जो एएसआई के पटल पर है। पहली रिपोर्ट में यह स्पष्ट है कि This is Mosque यह मस्जिद है। उसी को लेकर 1998 याचिका लगी थी। भोजशाला कहां है यह एक मिस्ट्री है। यह कोई बड़ी बात नहीं है, कोर्ट में तारीख आगे पीछे होती रहती है। आज नहीं तो कल हमारी सुनवाई होगी।

हमारे पास डॉक्यूमेंट हैं, पांच वक्त नमाज होनी चाहिए- शहर काजी

काजी ने कहा कि अब हम सोच रहे हैं कि समाज की एक मीटिंग बुलाए और समाज की ओर से ही हम न्यायालय में जाएंगे। हमारे पास डॉक्यूमेंट है, यह मस्जिद है, जहां पर पांच वक्त की नमाज होनी चाहिए। अब हम 5 टाइम की नमाज पढ़ेंगे। 13 से 14 लोग जो स्वयंभू बने हुए हैं, वही सब प्रॉब्लम खड़ी करते हैं। 1902 का सर्वे मौजूद है यह एक मृत चीज है यह पौधे नहीं है, जो बढ़ते रहे। ASI के सर्वे में यदि कोई नई चीज आती है तो उसको वेरीफाई करें कि यहां पर 1902 में मौजूद नहीं थी अब कैसे आई ?

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अब मिलकर लड़ेंगे

वकार सादिक ने आगे कहा कि हमें कोई नोटिस नहीं मिला है सर्वे को लेकर यदि नोटिस मिलते तो हम खुद चले जाते। समाज के किसी भी व्यक्ति को जो कि अधिकृत हो उनको नहीं बुलाया गया। ठीक है किसी भी एक व्यक्ति को पक्षकार बना दिया गया वह जवाब दे या नहीं दे। जो पक्षकार है वह स्वतंत्र रूप से पक्षकार है, उन्हें समाज ने पक्षकार नहीं बनाया है। आज शांति प्रिय तरीके से नमाज होगी, जैसी होती आई है और देश की तरक्की के लिए जो दुआ मांगी जाएगी। हम कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष को भी बुलाएंगे और बैठकर बात करेंगे और अब पूरा समाज मिलकर लड़ेगा।

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