कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) रविवार को ग्वालियर पहुंचे। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने तीन कृषि कानून  (three agricultural laws) बिल वापस लेने पर तंज कसते हुए कहा कि देर से आये दुरुस्त आये। लेकिन 700 किसान शहीद (700 farmer martyrs) हुए उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

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दिग्विजय ने कहा कि लोगों को भरोसा नहीं है क्योंकि भाजपा के लोग ही कह रहे हैं इसको हम वापस ले आएंगे। जब तक संसद में निर्णय नहीं हो जाता। एमएसपी की अनिवार्यता कानून में नहीं लाई जाती, तब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होगी। बीजेपी में संवादहीनता की कमी है। यहां तक की मंत्रीमंडल में भी संवादहीनता है।

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दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूरी सरकार पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) चला रहे हैं। यह लोकतंत्रीय व्यवस्था के विपरीत है। मंत्रीमंडल में सभी बराबर हैं। सभी की सहमति के बाद निर्णय होना चाहिए। वहीं  नरेंद्र मोदी नम्बर एक पर हैं, इसलिए सभी से चर्चा के बाद ही निर्णय होना चाहिए। हम उन बहादुर किसानों को सलाम करते हैं जिन्होंने शांति और अहिंसात्मक ढंग से आंदोलन चलाया। वे बधाई के पात्र हैं।

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पाकिस्तान में सिद्धू के बयान पर 

वहीं बीजेपी नेता रामेश्वर शर्मा के घर जाने के सवाल पर बोले दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये तो ऐसे ही बदतमीजी करते हैं। कहते हैं घुटना तोड़ देंगे। कैसे तोड़ देंगे, कौन सा नियम और कानून है कि घुटना तोड़ देंगे। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंद्धु के बयान पर सिंह ने कहा कि यह बात नरेंद्र मोदी जी से पूछिए जो बिना बुलाये चले गए थे। आप उनसे क्यों नहीं पूछते। राजस्थान सरकार के मंत्री मंडल पुनर्गठन गठन के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कुछ नहीं बोला।