रायपुर। उज्ज्वला गृह बिलासपुर के संचालक के खिलाफ गंभीर प्रकृति की शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. उज्ज्वला गृह बिलासपुर का संचालन एनजीओ शिवमंगल शिक्षण समिति द्वारा वर्ष 2014 से किया जा रहा है. 17 जनवरी की रात संस्था में निवासरत 3 महिलाओं और संस्था संचालक द्वारा एक दूसरे के खिलाफ सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज की गई. संस्था में हुए घटनाक्रम की जांच संचालक महिला बाल विकास, संयुक्त संचालक महिला बाल विकास एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास द्वारा जांच की गई है. महिलाओं द्वारा संस्था संचालक एवं संस्था के कर्मचारियों के विरुद्ध की गई शिकायत गंभीर प्रवृत्ति की होने के कारण उच्चाधिकारियों द्वारा त्वरित निर्णय लेते हुए संस्था में निवासरत शेष 7 महिलाओं को उनके परिजन एवम अन्य संस्था में स्थानांतरित किया गया है. इसके साथ ही वर्तमान में संस्था में किसी भी महिला के रहने पर रोक लगा दी गई है.

उज्ज्वला गृह बिलासपुर के संबंध में विभाग को लैंगिक उत्पीड़न संबंधी कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. संस्था का समय-समय पर अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाता रहा है. संस्था को इस वित्तीय वर्ष में अनुदान नहीं दिया गया है. 17 जनवरी की रात बिलासपुर सरकंडा स्थित उज्जवला होम में विवाद होने के बाद थाना सरकंडा में पीड़ितों की रिपोर्ट पर उज्जवला होम के स्टाफ द्वारा जबरदस्ती वहां रखे जाने, मारपीट करने इत्यादि के आरोप पर उज्जवला होम के स्टाफ के खिलाफ अपराध क्रमांक 79/21 धारा 342, 294, 323 आईपीसी की एफआईआर दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई थी. 4 महिलाओं का आज कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया गया. बयान में धारा 376 और 354 आईपीसी के कंटेंट आने पर जितेंद्र मौर्य के खिलाफ धाराएं जोड़कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. विवेचना जारी है.