रायपुर- भारतीय जनता पार्टी प्रदेश चुनाव विधिक संयोजक नरेश चंद गुप्ता ने भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत कर छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है. नरेश गुप्ता ने कहा कि चुनाव आयोग के 2017 में जारी निर्देश के तहत चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया संपन्न होने तक आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू रहने का प्रावधान है, लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने 23 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में मतदान सम्पन्न हो जाने के बाद आचार संहिता शिथिल कर भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन किया.

नरेश गुप्ता ने बताया कि यह आदेश भी समय सीमा के काफी पहले ही 15 अप्रैल को जारी किये गए. जबकि देश में लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं इस चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्री अन्य प्रदेशों में चुनावी दौरे पर जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में मंत्रियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं बहाल करने की छूट देना आचार संहिता का उल्लंघन है और ऐसा किया जाना कई संदेहों को जन्म दे रहा है.

भाजपा के चुनाव विधिक संयोजक ने भारत निर्वाचन द्वारा यह स्पष्ट व्यवस्था दिये जाने का स्वागत किया है कि राज्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा आचार संहिता में दी गई छूट लागू नहीं होगी और संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न होने तक आचार संहिता लागू रहेगी. गुप्ता ने कहा कि यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सरकार के दबाव में आकर पक्षपात पूर्ण तरीके से आचार संहिता में छूट देकर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के पालन में गंभीर  लापरवाही करते हुए आदर्श आचार संहिता की अवहेलना की है. अत: उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए.