टुकेश्वर लोधी, आरंग. पारागांव में महानदी के रेत को स्टॉक करने के लिए रेत माफियाओ के बीच प्रतिस्पर्धा हो रही है. एक दूसरे को रेत का अवैध स्टॉक करते देख माफियाओं को जहां भी खाली जगह दिख रही है, वहीं रेत को अवैध रूप से स्टॉक करके रख रहे हैं. जिसके बाद भी जिला प्रशासन नींद में है.

बता दें कि, प्रदेश में 15 जून से दो महीने के लिए रेत खनन पर प्रतिबंध लग जाता है. इसी कारण रेत माफिया रेत को बड़े पैमाने पर स्टॉक कर रहे हैं. माफिया अवैध रेत स्टॉक करने में इतने मशगूल हैं कि महानदी के किनारे में वन विभाग द्वारा किए गए वृक्षारोपण पर रेत को स्टॉक कर रहे हैं, जिससे पेड़-पौधे 5 फिट तक दब गए हैं.

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मामले में पारागांव के सरपंच प्रतिनिधि नारायण पाल ने कहा कि, सिर्फ पारागांव ही नही आरंग क्षेत्र अन्य जगहों पर भी बड़े पैमाने पर रेत को अवैध रूप से स्टॉक किया जा रहा है. अगर विभाग कार्यवाई करती है तो सभी के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए.

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महानदी किनारे वन विभाग के नर्सरी पर रेत को अवैध रूप से स्टॉक करने के मामले पर सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी लोकनाथ ध्रुव ने कहा कि, लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से इसकी जानकारी मिल रही है. मौके पर जाकर इसका निरीक्षण किया जाएगा और जो भी दोषी होंगे उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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वहीं आरंग एसडीएम अतुल विश्वकर्मा ने कहा कि, लल्लूराम डॉट कॉम से इसकी जानकारी मिली है. मामले की जानकारी खनिज विभाग को दे दी गई है. जल्द ही आरंग क्षेत्र में टीम रवाना कर कड़ी कार्यवाई की जाएगी.