सदफ हामिद, भोपाल। पहले कोरोना संक्रमितों की संख्या छिपाने के आरोप, फिर मौत के आंकड़े दबाने और अब वैक्सीनेशन के महाअभियान में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। राजधानी भोपाल में वैक्सीन का दूसरा डोल लगाने के बाद भी लोगों को दूसरा डोल लगवाने के मैसेज आ रहे हैं। मामले में कांग्रेस अब वैक्सीन के महाअभियान में घोटाले का आरोप लगा रही है।

वैक्सीनेशन के मामले में मध्य प्रदेश नए-नए रिकॉर्ड गढ़ रहा है। एक दिन में सबसे ज्यादा टीका लगाने का रिकॉर्ड बनाने के बाद अब इस अभियान में तकनीकी रुप से आ रही त्रुटियां गड़बड़ी के रुप में सामने आ रही है।

मलखान मीणा, प्रेमनारायण, संतोष कुशवाहा बताते हैं कि मार्च में उन्हें वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। तीन महीने बाद दूसरी डोज उन्होंने इसी माह जून में लगवाई लेकिन उनके पास पहले डोज लगवाने के मैसेज आए। यही नहीं अब उन्हें दूसरा डोज लगवाने के मैसेज आ रहे हैं। ये तीनों वैक्सीनेशन में हो रही तकनीकी त्रुटियों की सिर्फ एक बानगी है राजधानी भोपाल में ही ऐसे लोगों की तादाद काफी ज्यादा है। ज्यादातर मामलों में पोर्टल पर दूसरा डोज़ लगवाने वालों का भी एक ही टीका शो हो रहा है।

कई लोगों ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन लगवा भी ली लेकिन उनके पास मैसेज ही नहीं आए। इस तरह की तकनीकी त्रुटियों का खामियाजा नौकरी पेशा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कर्मचारियों को दोनों डोज लगवाने की सर्टिफिकेट लाने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में दोनों डोज लगवा चुके लोग पोर्टल पर गलती सुधारने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

उधर इस मामले में अब कांग्रेस ने सरकार पर वैक्सीनेशन महाअभियान में घोटाले का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता भूपेन्द्र गुप्ता ने 10 हजार लोगों के सर्वेक्षण में 751 फर्जी एंट्रियां पाए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने मौतों के आंकड़े में हेरफेर के बाद इसे दूसरी बड़ी साजिश बताया है। गुप्ता कहते हैं कि नकली बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराकर झूठी वाहवाही लूटने का सरकार ने प्रयास किया है। उन्होंने सरकार से घोटाले की जांच कराने और सच्चे आंकड़े सामने लाने की मांग की है।

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