मुंबई. कान्स फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड के अलावा रीजनल फिल्म्स का भी बोलबाला हो रहा है. 12 जुलाई को होने वाले इस फिल्म फेस्टिवल में ‘धूम्ककुड़िया’ प्रदर्शित होने जा रही है. धूम्ककुड़िया 14 साल की आदिवासी लड़की की कहानी है, जिसका 100 से ज्यादा बार रेप हुआ था.

रीजनल सिनेमा में काफी हैरान कर देने वाला टैलेंट और कंटेंट देखने को मिल जाता है. हाल ही में जो फिल्म जबरदस्त चर्चाएं बटोर रही है, वो इस टैलेंट का सबूत है. हम बात कर रहे हैं फिल्म ‘धूम्ककुड़िया’ की जो, 14 साल की आदिवासी लड़की की दर्दनाक कहानी पर आधारित है. इस लड़की के साथ 100 बार से भी ज्यादा बार रेप हुआ और उसे मजबूरत एक बाथरूम में बच्चे को जन्म देना पड़ा. वहीं ये दिल दहला देने वाली कहानी पर्दे पर उतारी डायरेक्टर नंदलाल नायक ने जो अब 2021 में आयोजित होने जा रहे कान्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी.

कई लोगों से मांगी मदद

‘धूम्ककुड़िया’ के डायरेक्टर नंदलाल ने ये फिल्म बनाने के लिए अपनी सारी सेविंग्स खर्च कर दी थी. उन्होंने कई लोगों से मदद मांगी लेकिन नहीं मिली. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये फिल्म 3.5 करोड़ के बजट पर बनी है, जो काफी नहीं थे. कि एक सच्ची घटना पर आधारित है. नंदलाल ये भी बता चुके हैं कि वो इस लड़की की कहानी सुनकर इतने दुखी हो गए थे कि डिप्रेशन में चले गए थे. वो अमेरिका में थे और 2003 में आदिवासी लोक संगीत के रिसर्च को लेकर अपने गांव लौटे थे, तभी उन्होंने इस लड़की की कहानी सुनी थी जो मानव तस्करी का शिकार हो गई थी.

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बता दें कि फिल्म के लीड एक्टर्स में रिंकल कच्चप और प्रद्युमन नायक जैसे कलाकार शामिल हैं. नंदलाल ने बताया कि जब उन्होंने लड़की से बात की तो पहले वो शांत रही और किसी से भी बात करने की इच्छुक नहीं थी लेकिन जब उसे मेकर्स पर भरोसा हो गया तब उसने अपनी कहानी बताई कि किस तरह उसे कई बार बेचा गया और जब वो प्रेग्नेंट हो गई तो एक कमरे में बंद कर दिया गया, जहां उसने बाथरूम एक बच्चे को जन्म दिया… लेकिन इसके बाद उसने अपनी सारी हिम्मत बटोर कर वहां से भागने का फैसला किया और रांची की ट्रेन लेकर, किसी तरह अपने गांव पहुंच गई.