सर्दियों के इस मौसम में पैरों में दर्द, सिरदर्द या फिर पेट दर्द जैसी कई समस्याएं होना आम बात हैं. लेकिन इसकी वजह से दैनिक दिनचर्या में कई परेशानियां आती हैं. इससे राहत पाने के लिए सामान्यतौर पर लोग पेनकिलर ले लेते हैं. हम में से ज्यादातर लोग किसी भी तरह के दर्द को दूर करने के लिए दवाई खा लेते हैं, पर क्या आपको पता है कि ये आदत सेहत के लिए नुकसानदायक है.

जी हां, पेनकिलर खाना आपको उस समय तो आराम दिला देता हैं, लेकिन यह आगे कई दूसरी परेशानियों का कारण बन सकता हैं. ऐसे में किसी भी तरह का दर्द होने पर आपको प्राकृतिक चीजों की मदद लेनी चाहिए. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो नेचुरल पेनकिलर का काम करेंगे. पेनकिलर लेना एक जहर भी हो जाता है. Read More – Pathaan Box Office Collection : रिलीज से पहले ही Pathaan ने रचा इतिहास, 48 घंटों में पार कर लेगी इतने करोड़ का आंकड़ा …

ब्लूबेरी

ब्लूबेरी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि इसमें दर्द निवारक गुण भी होते हैं. ये छोटे-छोटे जामुन फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरे होते हैं, जो सूजन को कम कर सकते हैं और तनावग्रस्त मांसपेशियों को आराम दे सकते हैं. ब्लूबेरी का सेवन करने से ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के इलाज में मदद मिल सकती है, लेकिन अपनी हेल्थ कंडीशन को बेहतर तरीके से जानने के लिए डॉक्टर से चेकअप जरूर कराना चाहिए.

लौंग

लौंग शरीर में नेचुरल पेन रिलीवर की तरह काम करता है. अगर आपके दांतों में दर्द की समस्या रहती है तो लौंग से बेहतर कुछ नहीं. दर्द वाली जगह पर लौंग के तेल का इस्तेमाल करें.इससे जल्द आराम मिलेगा. इसके अलावा आप इसका इस्तेमाल गठिया, सिरदर्द आदि समस्याओं से निजात पाने के लिए कर सकते हैं.

चेरी

चेरी ने केवल खाने में स्वादिष्ट होती है बल्कि नेचुरल पेन रिलीवर की तरह काम करता है. इस लाल रंग के फल में एंथोसायनिन नामक केमिकल होता है. जिसकी वजह से इसका रंग लाल होता है और दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. एंथोसायनिन एस्पिरिन की तरह काम करता है जो किसी भी तरह के सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है. चेरा में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो गठिया के इलाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है.

दालचीनी

किसी भी तरह का दर्द होने पर शहद और दालचीनी के पाउडर का पेस्ट बनाएं और इसे रोटी पर लगाकर खाएं. इससे आपकी धमनियों में कोलेस्ट्राल जमा नहीं होगा और हार्ट अटैक से बचाव होगा. जिन लोगों को एक बार हार्ट अटैक पड़ चुका है वे अगर इस उपचार को करेंगे तो अगले हार्ट अटैक से बचे रहेंगे. इसका नियमित उपयोग करने से श्वास से जुड़ी समस्या दूर होगी. हृदय की धड़कन में शक्ति का समावेश होगा. जैसे-जैसे मनुष्य बूढ़ा होता है, उसकी धमनियां और शिराएं कठोर हो जाती हैं. शहद और दालचीनी के मिश्रण से धमनी रोग में हितकारी प्रभाव देखा गया है. Read More – इन चीजों से तैयार करें Tasty Raita, बढ़ा देगा आपके खाने का स्वाद …

अनानास

अनानास में पाया जाने वाला एक नेचुरल केमिकल ब्रोमेलैन सूजन, गैस और यहां तक कि दांत दर्द को दूर करने में मदद कर सकता है. यह प्राकृतिक रसायन वजन घटाने और सूजन को कम करने में भी कारगर है. आप अनानास का जूस, अनानास का सलाद, अनानास की चटनी और यहां तक कि ग्रिल्ड अनानास भी खा सकते हैं.

असेंशियल ऑइल्स

एनिसीड ऑइल, लैवडंर ऑइल, लौंग का तेल, लैमन ग्रास ऑइल, ये सब ऐसे ऑइल्स हैं, जिन्हें शरीर पर लगाने के बाद हमारी मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं. चंद मिनटों में ही हमारे शरीर का दर्द दूर हो जाता है और हम खुद को एनर्जेटिक महसूस करने लगते हैं.

अदरक

अदरक मांसपेशियों में होने वाले दर्द या फिर थकान को शांत करने में कारगर है. आपके गले में अगर दर्द है, तो भी अदरक वाली चाय पीने से आराम मिलता है. इसमें मौजूद सैलिसिलिक एसिड दर्द और परेशानी को और कम करता है. अदरक का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अदरक की चाय बना कर गर्म करके पिएं. खांसी के कारण अगर गले में दर्द हो रहा है, तो आप देसी घी में घिसा हुआ अदरक डालकर भूनें. इसे गर्म दूध में डालकर सिप-सिप करके पिएं, दर्द से आराम मिलेगा.