हेमंत शर्मा/कुमांर इंदर, इंदौर/जबलपुर। नीट पीजी (NEET PG) काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया में देरी होने की वजह से प्रदेश के जिलो के डॉक्टर्स सोमवार से एक बार फिर से हड़ताल पर चले गए हैं। इससे सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। डॉक्टर्स ओपीडी-इमरजेंसी में भी अपनी सेवाएं नहीं दे रहे हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) की ओर से चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन को समर्थन देने मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर इंदौर, जबलपुर, ,रीवा जिलों में  जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। 

इसे भी पढ़ेः केले की आड़ में गांजे की तस्करी: AP से ट्रक में छुपाकर MP लाया गया 1 टन गांजा जब्त, 5 तस्कर गिरफ्तार

इंदौर में जूनियर डॉक्टर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टर सभी प्रकार की सेवाओं का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय FORDA की ओर से चलाये जा रहे नीट पीजी कॉउंसलिंग में हो रही देरी के विरूद्ध आंदोलन को समर्थन देने, काउंसलिंग जल्दी कराने और जबतक नए जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर नहीं आते तब तक नॉन एकेडेमिक जेआर को लेकर लिया गया है।

इसे भी पढ़ेः BREAKING: मूंगफली और आटा कारोबारी ने की करोड़ों की टैक्स चोरी, जीएसटी विभाग का छापा

जुनियर डॉक्टरों  का कहना है की ऐडमिशन नही होने के कारण यह साल शून्यवर्ष  होने की कगार पर है। वहीं जूनियर डॉक्टर संगठन द्वारा अपनी मांगों को लेकर  इंदौर ,रीवा, जबलपुर, ग्वालियर शहरों में अनिश्चितकालीन सेवाएं बंद रखने का निर्णय लिया है। जूनियर डॉक्टर संगठनों ने मांग की है कि ऑल इंडिया नीट पीजी काउंसलिंग 2021,2022 (All India NEET PG Counseling)  का शेड्यूल निकाला जाए, स्टेट कोटे की काउंसलिंग जल्दी कराई जाए क्योंकि एम सी सी के पत्र क्रमांक 12021/06/2021,18/12/21  के अनुसार आल इंडिया कोटे की सीट अब स्टेट कोटे में परिवर्तित नही होंगी। साथ ही जब तक नए जूनियर डॉक्टर नही आते तब तक कार्य कर रहे डॉक्टरों के काम के बोझ को कम करने के लिए नॉन एकेडमी जेआर दिए जाएं।़

इसे भी पढ़ेः भोपाल में गहरा सकता है बिजली संकट!, वेतन नहीं मिलने से नाराज 1500 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे

जबलपुर में भी डॉक्टर हड़ताल पर बैठे 

जबलपुर में भी मेडिकल कॉलेजों में नीट पीजी के काउंसलिंग ना होने पर फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन को सपोर्ट करने डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। पीजी डॉक्टर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। इससे मे ओपीडी और एमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के 1 सप्ताह बीत जाने के पीजी डॉक्टर ने हड़ताल पर बैठ गए।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus