अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉक्टरों का हड़ताल 4 मई को स्थगित कर दिया गया है, बावजूद उसके डॉक्टर ओपीडी से गायब मिले. ऐसे 15 अधिकारियों कर्मचारियों को नोटिस थमाया गया है. स्वास्थ्य संस्थाओं की जांच के लिए टीम बनाई गई थी, जिसने स्वास्थ्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया. गुरुवार शाम की ओपीडी से अनुपस्थित मिले स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की गई है.

दरअसल निरीक्षण दल ने शाम के समय ओ.पी.डी. में स्टाफ की उपस्थिति की जांच की. भोपाल के संजीवनी क्लिनिक नीलबड़, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रातीबड़ फंदा का निरीक्षण किया. अनुपस्थिति स्टाफ को सेवा खत्म करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ का मामला: पुलिस ने की पहली गिरफ्तारी, बजरंग दल नेता सुमित ठाकुर अरेस्ट, 200 लोगों पर हुई है FIR

इन चिकित्सकों और कर्मचारियों को दिया गया नोटिस

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रातीबड़ में डॉ. अर्चना जीवने- प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डॉ. दीपिका जैन -आयुष चिकित्सा अधिकारी,
नाज़बीन – नर्सिंगऑफिसर, निकेत श्रीवास्तव, राजेन्द्र घोड़की -फार्मासिस्ट ममता अग्रवाल, रंजना खातरकर- लेब टेक्नीशियन, मोहन सिंह परमार- ड्रेसर, तरन्न्नुम खान -डाटा एण्ट्री ऑपरेटर, बालो धुर्वे, विनीता सोलंकी, अनिता कुशवाहा- एएनएम, सुष्मिता चौरसिया- टीबीएचव्ही, देवी प्रसाद, गौरव सक्सेना- वार्ड बॉय को नोटिस.

अभिनेत्री नुसरत भरूचा ने किया समलैंगिक विवाह का समर्थन: इंदौर में बोलीं- जिसे, जिससे शादी करना है करो, लेकिन खुश रहो

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फंदा में डॉ. सीमा अग्रवाल -प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, शुभी अग्रवाल- फार्मासिस्ट, मनीष मेहरा -फार्मासिस्ट, हर्षलता -नर्सिंग ऑफिसर, तेजराम अहिरवार -डाटा एंट्री ऑपरेटर के साथ ही डॉ. आर. कुमार, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी विकासखंड फंदा को भी नोटिस दिया गया है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus