नासिर बेलिम,उज्जैन। महाकाल की नगरी में उज्जैन में साधू-संत अब हिंदू समाज और धर्म विरोधी आचरण को लेकर सख्त रवैया अपना रहे हैं। अपने स्वयं के निर्णय को संतों पर थोपने वाले साधू को संत समाज से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। महाकाल मंदिर में हुई साधू संतों की बैठक में डॉ अवधेश पूरी का बहिष्कार करने सहित मंदिर में दर्शन व्यवस्था के लिए एक निश्चित शुल्क लागू करने की मांग उठाई गई है।

उज्जैन के महाकाल मंदिर में शुक्रवार को साधू संतों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक महाकाल मंदिर में स्थित महानिर्वानी अखाड़े में हुई, जहां महंत विनीत गिरी के अलावा सभी साधू संत मौजूद रहे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महानिर्वानी अखाड़े के संत डॉ अवधेश पूरी की कार्यशैली साधू समाज के विपरीत है। वे स्वयं के निर्णय को सभी साधू संतों का निर्णय बताते है जो बिलकुल अनुचित है।

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इसलिए सभी संतों ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया है कि संत डॉ अवधेश पूरी को संत समाज से बाहर निकला जाए। बैठक में महाकाल मंदिर समिति के निर्णयों पर भी चर्चा की गई। साधू संतों ने मंदिर प्रशासक से मांग की है कि महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक निश्चित शुल्क तय किया जाए न कि अलग अलग शुल्क लिया जाए। जानकारी विनीत गिरी महंत महानिर्वाणी अखाड़ा महाकाल मंदिर ने दी।

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