रायपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज राजभवन में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने सौजन्य मुलाकात की. राज्यपाल को डॉ. मिश्र ने अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति छत्तीसगढ़ द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान की जानकारी दी. राज्यपाल ने डॉ. मिश्र को उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि आप और आपकी संस्था के द्वारा किये गए कार्य निश्चित ही सराहनीय है. अभी भी हमारे समाज में कुछ कुरीतियां है, जिसके कारण कई बार कई समस्याएं आती है. आप जैसे लोगों के द्वारा किए गए कार्यों से समाज में जागरूकता आ रही है और मुझे विश्वास है कि आपका यह प्रयास निश्चित ही सफल होगा.

राज्यपाल को डॉ. मिश्र ने अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों के सम्बंध में चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान के सम्बंध में बताया कि अभी भी समाज में कहीं-कहीं अंधविश्वास-कुरीतियां व्याप्त है, जिसे दूर करने के लिए उनके द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है. उनके प्रयासों से राज्य में छत्तीसगढ़ राज्य टोनही प्रताड़ना निषेध अधिनियम 2005 बना व लागू हुआ. उन्होंने जादू टोने, टोनही प्रताड़ना से पीड़ित लोगों के सम्बंध में उनके उपचार, चिकित्सा, मदद, पुनर्वास के लिए चलाये जा रहे अभियान की जानकारी प्रदान की.

साथ ही टोनही प्रताड़ना के मामलों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का सुझाव दिया. उन्होंने अन्य सामाजिक कुरीतियों, सामाजिक बहिष्कार पर भी चर्चा करते हुए अनेक मामलों से अवगत कराया एवं कानून की आवश्यकता पर बल दिया. डॉ. मिश्र ने राज्यपाल को अंधविश्वास निर्मूलन से संबंधित साहित्य एवं किताबें भी भेंट की. इस अवसर पर समिति के सदस्य अर्पित दीक्षित एवं अनंत पांडेय भी उपस्थित थे.