रामेश्वर मरकाम. धमतरी. सूबे के मुखिया के डॉ रमन सिंह आज संत समागम में संतों का आशीष लेने पहुंचे हुए थे. संत समागम में डॉ रमन सिंह ने कहा कि उन्हें कबीर दास का विशेष आशीर्वाद मिला है क्योंकि मेरी जन्मभूमि ही कबीरधाम है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संत कबीर विद्रोही संतो में हैं जिन्होंने समाज मे व्याप्त पाखंड और कुरीतियों को जड़ से उखाड़ दिया.

बता दें कि धमतरी जिले के लिमतरा गांव में वृहद संत समागम समारोह के समापन के अवसर पर आज मुख्यमंत्री पहुंचे हुए थे. उन्होंने संतसभा मे कहा कि आज तकदीर अच्छी थी इसलिए उन्हें संत समागम में शामिल होने का मौका मिला. सभी राज्यो में से छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा संत कबीर की वाणी का प्रभाव है और यहां की सोच विचार व जीवनशैली में इसका प्रत्यक्ष प्रभाव है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ तेजी से विकसित हो रहा है. इस मौके पर कबीर पंथ के गुरु हुजूर अर्धनाम साहेब ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि कबीरपंथियों का गढ़ है. कबीर साहेब को यहां लोगों ने हृदय से स्वीकार किया और उनकी वाणी घर घर पहुंची उन्होंने नए सिरे से खड़े होने की ताकत लोगों को दी.

गौरतलब है कि लिमतरा में हर तीन साल के भीतर सदगुरु कबीर आश्रम द्वारा वृहद स्तर पर संत समागम का आयोजन किया जाता है जहां देश के अनेक कोने से कबीर पंथी संत महापुरुष शामिल होते हैं और इस साल भी इलाके के धर्मप्रेमियों को संत समागम के माध्यम से कबीर पंथ के आचार्य पंथ श्री हुजूर अर्धनाम साहेब और श्री धर्माधिकारी साहेब का सानिध्य प्राप्त हुआ. इस अवसर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के साथ संतसभा मंच में प्रदेश के शिक्षामंत्री केदार कश्यप, महासमुंद संसद चंदूलाल साहू,जिला पंचायत अध्यक्ष रघुनन्दन साहू और स्थानीय विधायक गुरुमुख सिंह होरा मौजूद रहे . इसके आलावा इस संत समागम में इलाके के कबीर पंथ के अनुयायी सहित बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी मौजूद थे.