पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के पोटाली गांव में तीन दिन पहले लगा कैम्प विवादों में घिरा हुआ है. डीआरजी के जवानों पर आदिवासियों के साथ मारपीट करने का आरोप लगा. आरोप है कि डीआरजी के जवानों ने खेत में धान कटाई कर रहे 8 महिलाओं समेत 12 लोगों को पिटा है जिससे उन्हें गंभीर चोट भी आई है. वहीं दूसरी ओर पुलिस गांव में मेडिकल कैम्प लगाकर इलाज करने का दावा कर रही है. अब किसमें कितनी सच्चाई कितनी इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.

दरअसल पोटाली में लगने वाले नवीन कैम्प के विरोध में ग्रामीण लगातार कैम्प बैठने के पहले से लेकर लगने के बाद भी विरोध करते नजर आ रहे है. गुरुवार को लल्लूराम.कॉम की टीम इस इलाके की ग्राउंड रिपोर्ट में पहुँची थी. जहाँ पता चला कि बुरगुम गांव के कवासीपारा के हड़मा, हिंगा, गंगा, भीमा, हूंगा, लख्खे, हूँगी, आयता, हड़मा, भीमा को खेतों में धान कटाई के वक्त गश्त में पहुँचे डीआरजी के जवानों ने एक साथ जमा देखकर पिटाई कर दी.

ग्रामीण महिला लख्खे ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि खेतो में धान कटाई के लिए सब हमारे खेत मे लगे थे. अचानक फोर्स गांव बड़ी संख्या में आ धमकी. जवान नक्सलियों का पता पहले पूछने लगे जब ग्रामीणों ने कहा हमे नहीं मालूम तो तुम लोगों को सब मालूम है कहकर पिटाई लगा दिए.

पीटते लोगों को बचाने जब लख्खे पहुँची तो DRG के जवानों का गुस्सा महिला पर भी फुट गया. जिससे उसके पैरों और पीठ में चोट के निशान बन गए. महिला खाट में लेटी नजर आई. साथ ही महिला ने यह भी बताया कि मारपीट करने वाले जवानों में एक कलमू मुया नाम का जवान था जिसे महिला ने पहचाना है. कमलू समर्पित नक्सली है, जो अब डीआरजी बन गया है. उसने ही मुझे मार खाते वक्त पहचानकर बचाया.

इधर सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी भी इसी गांव में पहुँची थी. जहाँ उन्होंने कहा कि एक कैम्प लगाने के लिए इस तरह से डर का माहौल बनाया जा रहा है. ग्रामीणों का क्या दोष है उन्हें इस तरह से मारपीट क्यों किया जा रहा है. ग्रामीणों की आवाज दबाने की ये जबरन कोशिश है. आंदोलन आगे भी बढ़ेगा.

वहीं दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि पोटाली ग्राम में ग्रामीणों की मांग पर आज सुरक्षा बलों द्वारा मेडिकल कैंप आयोजित कर करीबन 150 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. उन्हें इलाज एवं दवा वितरण किया गया. क्षेत्र की सुरक्षा एवं विकास को ध्यान में रखते हुए दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा पोटाली में स्थापित किए गए कैंप को ग्रामीणों का समर्थन प्राप्त हो रहा है.