Driving Position Tips : कार ड्राइव करना हर कोई सिख लेता है या तो घर के किसी फैमली मेंबर से या फिर ड्राइविंग स्कूल से लेकिन कुछ बातें आपको वो नहीं बताते हैं. ये बातें न केवल आपकी हेल्थ पर असर डालती है बल्कि कार पे आपका कण्ट्रोल भी खो जाता है. दरअसल सालों से कार चला रहे बड़ी संख्या में लोग ये नहीं जानते हैं कि ड्राइविंग के दौरान बैठने का क्या सही तरीका होना चाहिए.

आमतौर पर हम ड्राइविंग के दौरान ड्राइविंग सीट पर बैठने के सही तरीके को नजरअंदाज कर देते हैं. जिसका नुकसान पीठ दर्द के तौर पर उठाना पड़ता है. अगर आप सही ड्राइविंग पोजीशन पर बैठेंगे तो न सिर्फ आप गाड़ी को बेहतर तरीके से कंट्रोल कर पाएंगे. बल्कि लंबी ड्राइव के दौरान आपको थकान महसूस नहीं होगी. चलिए जानते हैं सही ड्राइविंग पोजीशन के बारे में.

सही तरीके से सीट को एडजस्ट करना (Driving Position Tips)

ड्राइविंग के दौरान सीट को अपनी हाइट के हिसाब से थोड़ा आगे रखना चाहिए ताकि आपकी बैठने की पॉजिशन बिल्कुल परफेक्ट हो सके. इससे न केवल ब्रेक, क्लच और एक्सिलरेटर पर आपके पैरों की पकड़ अच्छी रहेगी बल्कि आपकी विजिबिलिटी भी बेहतर होगी. बहुत से लोग गाड़ी का दरवाजा खोलते हैं और सीधे बैठकर गाड़ी चलाना शुरू कर देते हैं जो आगे चलकर अनकंफर्टेबल महसूस करते हैं. होता कुछ यू है कि अगर आपके बैठने के अनुसार अगर बाइक शीशे से सही दिखाई नहीं देता है तो आपको ड्राइविंग करने में समस्या महसूस होती है.

सीट की ऊंचाई (Driving Position Tips)

कार ड्राइविंग करने के दौरान उसकी सीट की ऊंचाई सही होना बेहद जरूरी है. ज्यादातर लोग सीट की ऊंचाई को सही तरीके से एडजस्ट करने में विफल रहते हैं. वे या तो सीट को काफी ऊपर या बेहद नीचे कर देते हैं. ऐसी स्थिति में ड्राइविंग सीट को इस तरह एडजस्ट करना चाहिए ताकि गाड़ी का इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर स्टीयरिंग व्हील द्वारा डिस्टर्ब न हो. इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि इस पोजीशन से आप तीनों रियर व्यू मिरर को देखने में सक्षम हों.

सीट बैकरेस्ट

बैकरेस्ट को इस तरह से पोजीशन में लाना जरूरी है, जिसमें ड्राइवर का कंधा ड्राइवर की सीट के बैकरेस्ट पर टिका होना चाहिए. इस तरह लंबी दूरी की ड्राइविंग करते समय झुकी हुई ड्राइविंग पोजीशन से बचा जा सकता है. इसके अलावा शरीर दर्द जैसी समस्याओं से भी इस पोजीशन से बचा जा सकता है.

शीशों को करें सेट

अक्सर इन चीजों में लापरवाही देखने को मिलती है. जैसे- कई बार साइड मिरर ओपन किये बिना ही ड्राइव करना, केबिन में मौजूद रियर मिरर का प्रॉपर सेट न होना. अगर गाड़ी के शीशे प्रॉपर तरीके से सेट नहीं होंगे तो पीछे की तरफ से आने वाले वाहनों पर आप नजर नहीं रख पाएंगे. जिससे किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका बनी रहती है.

घुटने को स्टेरिंग से रखें दूर

कई लोगों की हाइट काफी अच्छी होती है और सीट पीछे करने के बाद भी उनके पैर स्टीयरिंग से लगते रहते हैं. इससे बचने के लिए अगर आपकी कार में स्टीयरिंग एडजस्ट करने का विकल्प उपलब्ध है. तो स्टीयरिंग को ऊपर उठा सकते हैं. ताकि आप कंफर्ट होकर ड्राइव कर सकें. इन बातों को ध्यान में रखकर आप स्मार्ट और सेफ ड्राइविंग कर सकते हैं.