ढाई महीने की मासूम के लिए दो महिला कांस्टेबल यशोदा मां बनकर सामने आई. इन दोनो महिला कांस्टेबलों ने न केवल मासूम की जान बचाई. बल्कि उन्हें स्तनपान कर करवाकर नया जीवनदान दिया.

जंगल की झाड़ियों के बीच मिली ढाई माह की बच्ची का मूंह भूख, प्यास, गर्मी से सूख गया था इसी बीच भगवान का अवतार लिए वहां पहुंची दो महिला कांस्टेबल ने बच्ची को स्तनपान करा उसकी जान बचाई. दोनो महिला राजस्थान के सारथल पुलिस थाने में कार्यरत है.

मासूम को दूध पिलाती महिला कांस्टेबल

नशे में धुत युवक भूखी प्यासी ढाई माह की बच्ची को लेकर 15 किमी पैदल सालापुरा जा रहा था. पहाड़ी क्षेत्र से गुजरते समय लड़खड़ाते हुए युवक को ग्रामीणों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस नशे में धुत युवक व बच्ची को थाने ले आई. बच्ची की नाजुक हालत देख कांस्टेबल मुकलेश व पूजा समझ गई कि उसे मां के दूध की जरूरत है, दोनो ने बारी-बारी से मासूम बालिका को स्तनपान कराया.

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युवक राधेश्याम काथोड़ी, सालापुरा, छीपाबडौद का रहने वाला है. शराब पीने को लेकर पत्नी से विवाद हुआ तो बेटी को उठा लाया था, पुलिस ने धारा 151 लगाते हुए हिरासत में ले लिया है. बच्ची की मां नीलम भी शाम तक थाने पहुंच गई. नशा उतरने के बाद राधेश्याम ने भी अपनी गलती मानी.

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