दिल्ली. भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह इस बार कई मायनों में अलग है. पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड कर्तव्य पथ से गुजरेगी. पहले इसे राजपथ के नाम से जाना जाता था. पहली बार ऐसा होगा कि परेड देखने के लिए सबसे पहली कतार में VVIP नहीं होंगे. इस बार पहली कतार में रिक्शा चालक, कर्तव्य पथ को बनाने वाले मजदूर और उनके रिश्तेदार बैठेंगे, जिन्हें श्रमजीवी का नाम दिया गया है. गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार अग्निवीर शामिल होंगे. कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू फहराएंगी. पद संभालने के बाद पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में परेड की सलामी लेंगी.

बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी हैं. मिस्र का 120 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता भी परेड में शामिल होगा. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे में इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने, आपसी गर्मजोशी, दोस्ती और सद्भावना के तौर पर राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है. पहली बार 21 तोपों की सलामी 105 एमएम की स्वदेशी गन से दी जाएगी. परेड में आखिरी बार नौसेना का IL-38 विमान नजर आएगा. फ्लाई पास्ट में रफाल, ALH, सुखोई जैसे 44 विमान शामिल होंगे.

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