कोरिया. शासन की योजनाएं लोगों के जीवन में सुखद बदलाव ला रही है. शनिवार को बचरा, दुबछोला और पाराडोल में आयोजित कलेक्टर जनचौपाल में ग्रामीणों ने कलेक्टर से सीधा संवाद कर अपना अनुभव साझा किए.

विकासखंड खड़गवां के बचरा गौठान में आयोजित जनचौपाल में ग्राम भरदा की मीना ने कलेक्टर को बताया कि वे अब तक 500 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय कर चुकी हैं और प्राप्त राशि का उपयोग घर बनाने में किया है. वहीं ग्राम जिल्दा की भूरी साहू ने बताया कि 627 क्विंटल खाद विक्रय से प्राप्त आय से उन्होंने किराना दुकान की शुरुआत की है, जिससे रोजाना अच्छी आमदनी हो रही है. गंगा स्वसहायता समूह की ललिता ने बताया कि समूह के साथ मिलकर गौठान में उन्होंने 1200 पोल निर्मित किया है तथा 2 लाख 40 हजार में 800 नग विक्रय किया है. बाड़ी का भी काम कर रही हैं.

योजना से कुपोषित बेटी हुई सुपोषित
जनचौपाल में गांव की महिला ने बताया कि उनकी पुत्री प्रियांशी गम्भीर कुपोषण की श्रेणी में थीं. आंगनबाड़ी में उचित देखभाल एवं खान-पान से अब सुपोषण की श्रेणी में आ गई है. ग्राम बड़ेकलुआ के युवा किसान ने उद्यानिकी विभाग द्वारा शेड नेट मिलने पर जिला प्रशासन का धन्यवाद किया. ग्राम सकरिया के मनीराम ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 148 क्विंटल धान विक्रय पर 4 लाख 70 हजार रुपए का बोनस मिला है. साथ ही 3 लाख रुपए का कर्ज भी माफ हुआ है.

योजना से दूर हुई एनीमिया
गांव की विद्यावती ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रय से 12 हजार रुपए अर्जित हुए, जिससे उन्हें बेटे को नौकरी के लिए बाहर भेजने में मदद मिली है. दुबछोला में आयोजित जनचैपाल में सोनकुंवर ने बताया कि फरवरी माह में प्रशासन द्वारा चलाए गए एनीमिया जांच अभियान में उनकी भी जांच हुई, जिसमें उनका हीमोग्लोबिन 6 ग्राम पता चला. इसके बाद स्वास्थ्य टीम ने उन्हें आयरन सुक्रोस के डोज और टेबलेट तथा चिकित्सकीय सुविधा और खान-पान पर सलाह दी, जिससे उनके एचबी में सुधार आया है और अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं.