दुर्ग। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर छापेमारी के बाद ईडी की गाड़ी को रोकने और पथराव करने के मामले में कांग्रेस नेता सन्नी अग्रवाल समेत 15 से 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी और निजी वाहन के चालक की शिकायत पर भिलाई 3 थाना पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है।

जानकारी के मुताबिक, ड्राइवर ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि सोमवार को शाम करीब साढ़े चार बजे भूपेश बघेल के घर से निकलते समय करीब 15-20 प्रदर्शनकारियों ने चार पहिया वाहन को रोक लिया और कुछ लोग बोनट पर चढ़ गए। एफआईआर में कहा गया है कि किसी ने पत्थर भी फेंका जो वाहन के आगे के शीशे पर लगा।

मामले में पुलिस ने भिलाई निवासी सनी अग्रवाल और 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ दंगा फैलाने [191(2)], गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने (190), स्वेच्छा से सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने (221), सरकारी कर्मचारी पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग (132), गलत तरीके से रोकने [126(2)] और सार्वजनिक संपत्ति विनाश कानून की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है।

पूर्व सीएम ने ईडी की कार्रवाई पर उठाएं थे सवाल

गौरतलब है कि ईडी ने कथित शराब घोटाले के मामले में उनके बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत भिलाई के मानसरोवर कॉलोनी में बघेल के आवास और दुर्ग में 13 अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। सूत्रों के अनुसार, तलाशी करीब आठ घंटे तक चली, जिसके दौरान ईडी ने करीब 33 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज जब्त किए। कार्रवाई के दौरान भूपेश बघेल घर पर मौजूद थे। बाद में उन्होंने ईडी की छापेमारी के मकसद पर सवाल उठाए, जबकि कांग्रेस ने कहा कि बघेल के खिलाफ छापेमारी उस दिन “सुर्खियों को मैनेज करने” की “साजिश” थी, जब संसद का बजट सत्र फिर से शुरू हुआ और सरकार को कई मुद्दों पर विपक्ष के सवालों का सामना करना पड़ा।

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