संतोष गुप्ता, जशपुर. रिश्ते बनाना और उसे निभाना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. कई बार हम अपने रिश्तेदारों से  सिर्फ अपने रिश्ते के कारण ही उनपर भरोसा कर लेते हैं. लेकिन कोई रिश्तेदार ही यदि इस भरोसे को तोड़ दे, तो फिर सिर्फ आँखों में आंसुओं के अलावा कुछ नहीं रह जाता. मामला जशपुर का है, जहां एक 76 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने ही मकान को पाने के लिए पिछले 3 साल से भटक रही है.
जाने से मारने की धमकी
पीड़ित महिला का नाम बी.एक्का है जो एक सेवा निवृत्त कर्मचारी है. वो वर्ष 2001 में शासकीय जिला चिकित्सालय जशपुर स्टाफ नर्स के पद से रिटायर हुई . बी एक्का ने बताया कि बालाजी टोली में उनका स्वयं का मकान है. लगभग 4 साल पहले पहले उसके दामाद का छोटा भाई शिवनारायण के कहने पर वह बालाजी स्थित मकान को रहने के लिये मैंने दे दिया था. उस दौरान शिवनारायण ने वृध्द महिला से कहा था कि जब भी वे बोलेंगी मकान खाली कर देगा. पर समय बीतने के बाद जब महिला ने उससे मकान खाली करने के लिए कहा तो शिवनारायण अपनी बात से मुकर गया. और उल्टा मकान देने के बजाए उसे जान से मारने की धमकी देता है. थक हार कर वृद्ध महिला ने कलेक्टर जनदर्शन में मंगलवार को कलेक्टर डाॅ0 प्रियंका शुक्ला को आवेदन देते हुए मकान खाली कराने की गुहार लगाई है.
 अपने ही मकान में अंतिम सांस लेने की ख्वाहिश
महिला ने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली जशपुर में पिछले साल की थी पर अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वर्तमान में वृद्ध महिला बी. एक्का जशपुरके बीजली टोली में किराये के मकान में रहती है. उन्होंने बताया कि मकान का किराया हर माह ढाई हजार रूपये अदा करती हैं.जबकी उनका स्वयं का मकान है. उन्होंने बताया कि उनका एक बेटी के अलावा दुनिया में कोई नहीं है. वह चाहती हैं कि जब वे इस दुनिया से विदा हो तो उनकी अर्थी स्वयं के मकान से निकले. यही इच्छा लेकर वे पिछले तीन साल से मकान को पाने लिये संर्घर्ष कर रही हैं लेकिन अब तक उन्हें सफलता नहीं मिली है.
इधर सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी जोगेंद्र साहू ने कहा है कि हम इस मामले का पता करेंगे और कार्रवाई करेंगे. वहीं कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने महिला को आश्वस्त करते हुए कहा है कि वे भी मामले की पता लगाएंगी और कार्रवाई करेंगी.