रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने सभी मान्यता-प्राप्त राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे निर्वाचनों में प्रचार सामग्री के रूप में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ का उपयोग न करें.

निर्वाचन प्रचार के दौरान पोस्टर, बैनर, कट-आउट, होर्डिंग, विज्ञापन, कटलरी, पानी पीने के पाउच, बोतल में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जो न केवल मनुष्यों बल्कि पशुओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. यह स्थिति सभी के सक्रिय सहयोग से बदली जा सकती है. आजकल परंपरागत रीतियों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के ऐसे पर्यावरण अनुकूल विकल्प मौजूद हैं, जिनका निर्वाचन प्रचार अभियान के लिए उपयोग किया जा सकता है.

भारत निर्वाचन आयोग ने कहा है कि जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते सभी से यह आशा की गई है कि अब से निर्वाचनों के प्रयोजनार्थ किसी भी रूप में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ का प्रयोग न किया जाए.  किसी भी रूप में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ से अपने पर्यावरण को मुक्त रखने के लिए सामूहिक संकल्प लेना चाहिए.