रायपुर। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत मामले में वन विभाग ने पांच लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की है. वन विभाग ने बिजली विभाग के तीन कर्मचारी व दो ग्रामीण की गिरफ्तारी की है. पीसीसीएफ अतुल शुक्ला के मुताबिक, बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री राजेंद्र कुजूर, लाइनमैन नरेंद्र दास महंत व सहायक लाइनमैन अमृतलाल द्विवेदी के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी की जा रही है. वहीं बिजली लगाने वाले दो ग्रामीण भादोराम राठिया और बाल सिंह के खिलाफ चालान पेश कर दिया गया है.

धरमजयगढ़ मामले में बिलासपुर सीसीएफ अनिल सोनी के नेतृत्व में डीएफओ प्रियंका पांडेय सहित वन विभाग का अमला मौके पर पहुंची. टीम ने घटना स्थल का जांच किया है. प्रथम दृष्टया करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत होना पाया गया. इसके आधार पर बिजली विभाग के तीन और दो ग्रामीण के खिलाफ कार्रवाई की गई.

धरमजयगढ़ में करंट की चपेट में हाथी की मौत

रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई. यह घटना गेरसा गांव में सुबह 5 बजे हुई थी. वन विभाग की जांच में पता चला कि बिजली के अवैध कनेक्शन के नंगे तार की वजह से हाथी की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक गेरसा गांव के किनारे खेत में स्थित बोरपंप में प्रवाहित बिजली के चपेट में आकर हाथी की मौत हुई है. घटना की सूचना के बाद वन अमला मौके पर पहुंची. मामले में पुलिस ने भादोराम राठिया और बाल सिंह नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. क्योंकि यही लोग पिछले कई साल से खेत में बिजली के नंगे तार बिछा रखे थे.

दम घुटने से हुई हाथी के बच्चे की मौत

धमतरी वाले मामले में सीसीएफ बड़गइया और डीएफओ अमित बाजपेयी सहित वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच किया. जांच में पाया गया कि हाथी की मौत दम घुटने से हुई है. बता दें कि धमतरी जिले के उरपुट्टी गांव के माडमसिल्ली के जंगल में भी 15 जून को एक हाथी के बच्चे की मौत हुई थी. मौत की वजह दलदल में फंसने से होना बताया गया है  दरअसल गरियाबंद जिले के जंगलों से होते हुए 21 हाथियों का झुंड धमतरी जिले में पहुंचा था. करीब पखवाड़े भर पहले हाथियों के इस झुंड को मगरलोड क्षेत्र के राजाडेरा जलाशय के पास देखा गया था. जिसमें हाथी के 4 से 5 बच्चे भी शामिल थे. हाथियों का झुंड उत्तर सिंगपुर, दक्षिण सिंगपुर, केरेगांव वन परिक्षेत्र होते हुए धमतरी वन परिक्षेत्र के गंगरेल डूबान पहुंचा था. करीब एक सप्ताह से ये हाथी इसी इलाके में विचरण कर रहे थे. इसी बीच आज सुबह खबर आई कि ग्राम उरपुटी-मोंगरी के पास नाले के दलदल में फंसने से हाथी के एक बच्चे की मौत हो गई. वन विभाग की टीम मौके पर है.

कोरबा में हाथी का उपचार जारी

पीसीसीएफ अतुल शुक्ला ने बताया कि कोरबा जिले में घायल हाथी का उपचार लगातार जारी है. हाथी के पेट से कीड़े निकल रहे हैं. सोमवार रात को क्रेन के माध्यम से उठाने की कोशिश की थी. लेकिन अस्वस्थ होने के कारण उठ नहीं पाया. उसे पानी भी दिया था. फिलहाल हाथी खतरे से बाहर है. विभाग की टीम लगी हुई है. हाथी के बेहतर से उपचार के लिए निर्देशित किया है.

पहले हो चुकी है 3 हथिनी की मौत

इससे पहले सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में 9 और 10 जून को एक गर्भवती हथिनी समेत दो हथिनी की मौत हुई थी. गर्भवती हथिनी की मौत की वजह लिवर में इन्फेक्शन था. वही बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अतौरी के जंगल में भी 11 जून को एक हथिनी का शव मिला था. उसकी मौत 3 से 4 दिन पहले हुई थी, लेकिन शव बाद में बरामद हुआ था.