बिलासपुर – रमन कैबिनेट की बैठक में कर्मचारी वर्ग के मुद्दों की अनदेखी से कर्मचारी वर्ग नाराज़ है और कर्मचारी संघों को सरकार आंदोलन के लिये उकसा रही है.अब कर्मचारियों के पास उग्र आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नही बचा है.उक्त बातें छग प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री रोहित तिवारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही. रोहित तिवारी ने बताया कि आज केबिनेट की बैठक मॆ कर्मचारी वर्ग को उम्मीद थी कि लिपिक वेतन विसंगति ,चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान ,सातवें वेतन का एरियस ,मंहगाई भत्ता एवं गृह भाडा भत्ता पुनरीक्षित करने के सम्बन्ध मॆ चर्चा एवं निर्णय होगा ,परंतु रमन केबिनेट ने कर्मचारियों को निराश कर दिया है.

रोहित तिवारी ने कहा कि अब आंदोलन के विस्तार का ही विकल्प कर्मचारी संघों के पास बचता है. रोहित ने बताया कि कैबिनेट की बैठक के पूर्व उनके संघ छग प्रदेश लिपिक वर्गीय शास कर्म संघ ने दो दिन की हड़ताल करके शासन का ध्यान आकृष्ट किया था, परंतु शासन की हठधर्मिता ने हमें अब मजबूर कर दिया है कि हम आरपार की लड़ाई लड़ने अनिश्चित कालीन हड़ताल करें.उन्होने बताया कि 15 अगस्त तक यदि मांगो पर सकारात्मक पहल नही होती,तो अनिश्चित कालीन आंदोलन का शंखनाद होगा और पूरे प्रदेश भर के लिपिक काम काज ठप्प करके आंदोलन मॆ कूद जायेंगे.