Raipur News: प्रतीक चौहान. रायपुर. गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के क्षेत्र में विश्वस्तरीय अत्याधुनिक टेक्निक द्वारा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने की श्रंखला में छत्तीसगढ़, रायपुर, देवेंद्र नगर स्थित “श्री नारायणा हॉस्पिटल (Shree Narayana Hospital)” के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट “डॉ.भाविक शाह” ने EUS गाइडेड एंडोस्कोपिक गैस्ट्रो जेजूनोस्टॉमी द्वारा एक मरीज को नई जिंदगी दी.

  रायपुर निवासी 61 वर्षीया, श्रीमती शैलाभ नायक ( परिवर्तित नाम ) को कुछ दिनों पहले ब्रेस्ट में एवं पेट में कैंसर डायग्नोज हुआ, उन्हें पिछले डेढ़ माह से खाना खाने के बाद पेट में दर्द होने लगता था एवं उल्टियां होने लगती थीं, ऐसी परिस्थिति में सामान्यतः मरीज की नाक में रायल्स ट्यूब डालकर केवल लिक्विड डाइट ही दिया जाता है.

 लेकिन इससे मरीज को खाने के स्वाद का पता नहीं चलता, क्योंकि मरीज को पेट में कैंसरस टयूमर था, जिसे सर्जरी से ऑपरेट करके बायपास बनाना ही एकमात्र विकल्प था लेकिन मरीज की उम्र और उसकी क्लीनिकल कंडीशन को देखते हुए सर्जरी करना जानलेवा साबित हो सकता था, एक अन्य विकल्प में ट्यूमर की जगह पर एक बड़ा स्टैंट डालकर खाना जाने का रास्ता बनाया जाता है, लेकिन इस टेक्निक में ट्यूमर के बढ़ने की वजह से स्टैंट डालकर बने रास्ते में ब्लॉकेज होने की संभावना बढ़ जाती है, तब ऐसी स्थिति में डॉ.भाविक शाह ने तीसरे विकल्प के रूप में मरीज की “EUS गाइडेड गैस्ट्रो जेजूनोस्टॉमी” करने का फैसला लिया.

  इस प्रोसीजर में इंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड द्वारा ट्यूमर के एरिये को बायपास करके पेट और आंतों को जोड़ दिया गया, जिसकी वजह से मरीज ने अगले दिन से ही मुंह से खाना खाना प्रारंभ कर दिया और अब वह पूर्णत: स्वस्थ है. यही कारण है कि मरीज इस तकनीक से इलाज का नया जीवनदान मान रही है.

इस प्रोसीजर की सफलता पर हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.सुनील खेमका ने बताया कि “हमारे प्रांत छत्तीसगढ़ के पेट,आंतों एवं लीवर से संबंधित रोगों के विश्वस्तरीय उपचार हेतु वर्तमान में प्रचलित अति आधुनिक नई से नई टेक्नोलॉजी द्वारा हम मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु हमेशा प्रयासरत रहते हैं”