जशपुर:- पार्टी से निष्कासन के बाद भी सरकार और पार्टी को हमेशा बचाकर चलने वाले छ्ग के पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत आज सरकार और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जमकर गरजे और यहां तक कह दिया कि सरकार अगर नीति नही बदलती है,तो वह सरकार के खिलाफ पुरे प्रदेश में जनांदोलन छेड़ेंगे ।उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन और मि
मिशनरीज आपस में मिले हुए हैं और मिशनरियों के हिसाब से प्रशासन चल रहा है। शनिवार को जशपुर के बगीचा में आयोजित विशाल जनजातीय समुदाय को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार में आदिवासियों के विकास और उत्थान करने के बजाय भ्रष्टाचार में लीन है । सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में चलाये जा रहे स्वच्छ भारत मिशन को अधिकारियों को फर्जी एवार्ड लेने का जरिया और आदिवासी सरपंचों को प्रताड़ित करने वाली योजना बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और नेताओं ने इस योजना के जरिये झूठी वाहवाही बटोरने का काम किया है और आदिवासी सरपंच इस योजना में प्रताड़ित हो रहे हैं । लल्लूराम डॉट कॉम से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक ही पार्टी की सरकार है,लेकिन दोनों राज्यों में आदिवासियों के लिए अलग अलग क़ानून हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग के शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समायोजित करने की नीति को आदिवासियों के विरुद्ध बताया और कहा कि 33 प्रतिशत आदिवासी वाले प्रदेश में आदिवासियों के विरुद्ध बनायी गयी नीतियों के विरुद्ध उन्हें सरकार के खिलाफ जनांदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा ।
सबसे खास बात उन्होंने यह कही कि यहां का प्रशासन और मिशनरियो में अंदरूनी फिक्सिंग है और प्रशासन मिशनारियों के हाथों की कठपुतली बनी हुई है.. अगर सब ऐसा ही चलता रहा तो अगले चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।
बता दें कि बीते 2013 के विधानसभा चुनाव में बगावत के बाद इन्हें पार्टी से छः वर्षो के लिए निष्कासित किया गया था लेकिन इस बीच इन्होंने सरकार और पार्टी के विरुद्ध एक शब्द भी नही कहा..वे हमेशा यह कहते रहे कि वे कभी न तो पार्टी से अलग थे न रहेंगे । कुछ माह पूर्व पार्टी में पुनः घरवापसी की अटकलें भी तेज हो गयी थी और माना जा रहा था कि बहुत ही जल्द पार्टी में उनकी वापसी होने वाली है,लेकिन आज उनके बदले तेवर ने घरवापसी की संभावनाओं पर विराम लगा दिया है ।