रायपुर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केन्द्र सरकार ने नीली और लाल बत्ती के दुरुपयोग पर रोक लगाते हुए इसे गाड़ियों में लगाने पर ही प्रतिबंध लगा दिया था. नए नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति न ही नीली बत्ती लगा सकता है और न ही लाल बत्ती लेकिन छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों का इस वीआईपी कल्चर से मोह छूट ही नहीं रहा है. वे सरकार के नियमों और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बेखौफ नीली बत्ती लगा कर घूम रहे हैं.

एडीजी की गाड़ी बगैर नीली बत्ती के

हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा विवादास्पद रहने वाले आईपीएस उदय किरण की. मामला है नीली बत्ती के दुरुपयोग का. बुधवार को राजधानी के पुलिस कंट्रोल रुम में एडीजी आर के विज ने अधिकारियों की बैठक ली. जिसमें महासमुंद में सीएसपी के पद पर पदस्थ उदय किरण भी शामिल हुए. उदय किरण महासमुंद से क्रीम-सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी से पहुंचे थे. गाड़ी का नंबर CG 04 MB 6870 है, इसी गाड़ी में वे बैठकर कंट्रोल रुम में पहुंचे थे. इसी गाड़ी में नीली बत्ती लगी हुई थी और यह गाड़ी टैक्सी परमिट की गाड़ी है. उनकी गाड़ी एक पुलिस आरक्षक चला रहा था.

नीली बत्ती लगी इसी गाड़ी में पहुंचे थे उदय किरण

 

जबकि उसी कंट्रोल रुम में एडीजी आरके विज और एआईजी मनीषा ठाकुर की भी गाड़ियां खड़ी हुई थी लेकिन उन गाड़ियों में किसी भी तरह की कोई भी लाल/नीली बत्ती नहीं लगी थी. जबकि उनके मातहत एक सीएसपी बैखौफ लोगों में अपना रुतबा जमाते हुए नीली बत्ती लगाकर गाड़ी में घूम रहा है. उदय किरण का हौसला देखिए वो एडीजी द्वारा बुलाई गई मीटिंग में नीली बत्ती लगा कर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि उदय किरण महासमुंद में भी इसी गाड़ी में बैठकर घूमते हैं.

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