शैलेन्द्र पाठक,बिलासपुर. लगता है पुलिस के आला अधिकारियों की समझाइश का प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.पिछले महीने ही बिलासपुर रेंज के आई जी दीपांशु काबरा और पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने उदय किरण को अपने व्यवहार में सुधार लाने की हिदायत दी थी,लेकिन उदय किरण हैं कि उन्हें किसी की परवाह ही नहीं है.साहब पर वर्दी का भूत ऐसा सवार है कि उन्हें मारपीट करने में बहुत मजा आता है,फिर चाहे सामने कोई भी आ जाये.

ताजा मामला एक स्थानीय चैनल के कैमरामैन प्रदीप भोई के साथ मारपीट का है.शुक्रवार की रात यह कैमरामैन कोतवाली थाने के सामने से गुजर रहा था,तब उसी दौरान वह थाने के अंदर जाकर खबर के संबंध में जानकारी ले रहा था.इसी दौरान अचानक कोतवाली थाने में पदस्थ प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण पहुंच गये.बस फिर क्या था..उन्होनें कैमरामैन की क्लास लेनी शुरु कर दी.उदय किरण ने कैमरामैन को यह कहते हुए पीटना शुरु कर दिया कि तुम पुलिस वालों की गतिविधियों की जांच करने का काम करते हो.उदय किरण ने थाना परिसर में कैमरामैन को रेत में घुटने के बल बैठने को कहा,फिर उसकी बेतहाशा पिटाई की.कैमरामैन को उदय किरण ने इतनी बुरी तरह से पीटा है कि उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं.

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आज सुबह पीड़ित कैमरामैन ने इस बात की सूचना प्रेस क्लब के पदाधिकारियों को दी,जिसके बाद पूरा पत्रकार जगत प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण के खिलाफ आक्रोशित हो गया.प्रेस क्लब अध्यक्ष के नेतृत्व में पत्रकारों ने पहले आईजी कार्यालय का घेराव कर दिया,लेकिन आईजी अपने दफ्तर में नहीं थे,इसलिये पत्रकारों का जत्था कोतवाली थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गया.पत्रकारों ने उदय किरण के आतंक की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें बिलासपुर से हटाये जाने की मांग की है.साथ ही पत्रकारों ने उदय किरण के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर थाने में एक आवेदन पत्र भी सौंपा है,जिसके बाद पीडित कैमरामैन प्रदीप भोई का मुलाहिजा कराया गया है.

उदय किरण जब से पुलिस सेवा में आये हैं,तब से अपने पुलिसिया रौब के चलते वो विवादों में बने हुए हैं.पहले उन्होनें रायगढ़ में अपनी पदस्थापना के दौरान आतंक मचाया और कुछ निर्दोष नागरिकों के साथ मारपीट कर स्थानीय लोगों का विरोध झेले.इसके बाद उनके आतंक का कहर लगातार बिलासपुर में भी जारी है.पिछले महीने उन्होनें भाजपा के बड़े नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया था,साथ ही पत्रकारों के साथ भी अमर्यादित भाषा का उपयोग किया था.इन घटनाओँ के बाद उस समय आला अधिकारियों से उदय किरण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी,जिस पर पुलिस के आला अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि उदय किरण को समझाईश दी जायेगी.लेकिन बीती रात की घटना से साफ हो गया है कि उदय किरण पर खाकी का नशा ज्यादा हावी हो गया है और उन्हें किसी की भी परवाह नहीं है.