रायपुर। बसपा के बाद अब जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को अपने साथ ला सकती है. गोंडवाना से गठबंधन में अजीत जोगी बाजी मार सकते हैं. हालांकि यह सबकुछ गोंगपा के अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम के निर्णय पर संभव है. लेकिन जो सियासी समीकरण छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक बन रहे हैं उसमें गठबंधन को लेकर कांग्रेस उलझी हुई नजर आ रही है. तीनों दलों के सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच गठबंधन का पेंच सीटों के बंटवारें को लेकर फंस गई है.

गोंगपा के सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है, लेकिन कोई सकारात्मक पहल नहीं हो रही है. मसला सीटों पर जा अटका है. बताया जा रहा है कि गोंगपा कांग्रेस से कम से कम 7 से 10 सीटें चाहती है. लेकिन कांग्रेस 2 से 3 सीटें देने के पक्ष में है. इसमें कांग्रेस फिलहाल पाली-तानखार और भरतपुर-सोनहत सीट गोंगपा को देना चाहती है. लेकिन गोंगपा इन दोनों सीटों के साथ 5 से 7 और सीटें चाहती है. सीटों के इस बंटवारे के बीच दोनों ही दल के बीच गठबंधन का पेंच जा फंसा है.

ऐसी स्थिति में जोगी कांग्रेस की निगाह गोंगपा की ओर है. जोगी कांग्रेस पूरी कोशिश में है कि बसपा और सीपीआई के बाद छत्तीसगढ़ में गोंगपा से गठबंधन हो जाए. इसके लिए जोगी कांग्रेस के नेताओं की ओर से गोंगपा के आस-पास फिल्डिंग जमा ली गई है. जोगी कांग्रेस इस इंतजार में है कि कांग्रेस से गोंगपा का गठबंधन की बात जल्द नहीं पर खत्म हो. जोगी कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि सरगुजा, कोरिया, कोरबा, बिलासपुर और बस्तर के कुछ सीटों पर गोंगपा से गठबंधन हो सकते हैं.