रुपेश गुप्ता, रायपुर। लेमरु एलिफेंट रिजर्व का दायरा बढ़ाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार लेमरु का प्रस्तावित क्षेत्रफल को दोगुना करने का बड़ा फैसला लिया है। वन विभाग के इस प्रस्ताव को पारित किये जाने की खबर है। अब जल्द ही भूपेश कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जाएगा।

भूपेश कैबिनेट में यह प्रस्ताव पारित होने के बाद लेमरु हाथी रिजर्व का दायरा बढ़कर तकरीबन 3827 वर्ग किलोमीटर का होगा। पहले इसका दायरा करीब दो हजार वर्ग किलोमीटर था। इसमें हसदेव का कैचमेंट एरिया के साथ ही केंदई का इलाका भी शामिल होगा।

आपको बता दें लेमरु एलीफेंट रिजर्व का निर्माण स्पेशल हाई पावर टेक्निकल कमेटी द्वारा दिये गए सुझावों के आधार पर किया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पांच अक्टूबर 2007 को केंद्र सरकार ने 1995.48 वर्ग किलोमीटर वन्य क्षेत्र में लेमरु हाथी रिजर्व निर्माण की अनुमति दी थी।

लेकिन राज्य सरकार ने रिजर्व से उन क्षेत्रों को बाहर कर दिया था, जो हाथियों का स्थायी निवास था। हसदेव अरण्य क्षेत्र के बेहद घने जंगलों वाले इस क्षेत्र को सरकार ने कोल ब्लॉक के लिए आबंटित कर दिया था। यहां कोल ब्लॉक आबंटन के विरोध में छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने लंबा आंदोलन भी किया।।