पी.रंजन दास, बीजापुर। छत्तीसगढ़ में अचानक से 39 आदिवासियों की मौत की गूंज प्रदेशभर में सवालों की बौछार कर रही थी. सियासत इतनी गरमाई हुई है कि पड़ताल के लिए SP, कलेक्टर और विधायक ‘लाल आतंक’ की मांद में घुसकर सच्चाई खंगालने निकल पड़े थे, लेकिन पड़ताल में सारे दावे और इतनी बड़ी तादाद में मौतों के आंकड़े इत्तर मिले. इसे लेकर BMO आदित्य साहू ने LALLURAM.COM से बातचीत में कई खुलासे किए हैं. साथ ही 39 मौतों की दावे को खारिज किया है और अपनी जुबानी आंकड़े बताए हैं.

दरअसल, तीन दिन तक चले कशमकश के बाद अबूझमाड़ भेजी गई मेडिकल टीम की वापसी हो गई है. 39 मौतों के पीछे की हकीकत साफ हो चुकी है. देर रात डोंगी (लकड़ी की नाव) पर सवार होकर बीजापुर के भैरमगढ़ से गई मेडिकल टीम वापस आ गई.

टीम का नेतृत्व करने वाले BMO आदित्य साहू ने LALLURAM.COM से खास बातचीत में चौकाने वाले खुलासे किए. BMO का कहना था कि जो दावे किए जा रहे थे, वास्तिवकता उससे इत्तर हैं. बीजापुर के जिन सरहदी गांवों की बातें हो रही थी, वहां दो माह में नहीं बल्कि दो साल (2021 to till) के भीतर केवल 12 मौतें हुई हैं, यह आंकड़े केवल बीजापुर के हैं.

BMO ने कहा कि नारायणपुर जिले के गांवों के सम्बंध में वहां के CMHO ही जानकारी दे पाएंगे. BMO ने दावों को खारिज किया है और अपनी जुबानी आंकड़े बताए हैं, जो 39 मौतें बताई जा रही थी, वैसा कुछ देखने को उन इलाकों में नहीं मिला कहना था. साथ ही कहा कि मीडिया में 39 मौतों की खबरें, चल रही थी जबकि वे कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर लौटे थे, ग्रामीणों से भी बातचीत हुई है. इतनी तादाद में मौत को लेकर किसी ने नहीं कहा है. 2 साल में 12 मौतों की पुष्टि हुई है.

मोटरबोट हाइजेक हुई तो डोंगी का लेना पड़ा सहारा
मेडिकल टीम (Medical team) को नदी पार कराने प्रशासन की तरफ से कोई बंदोबस्त नहीं किए गए थे. मोटर बोट नक्सलियों ने हाइजैक कर लिया था. इस घटना के बाद से प्रशासन का अमला उसपरी घाट से पीछे हट चुका था. मजबूरन BMO और उनकी टीम को रात के अंधेरे में डोंगी पर सवार होकर नदी पार करने का जोखिम उठाना पड़ा.

बता दें कि मेडिकल स्टाफ समेत 25 स्टाफ इंद्रावती नदी पार फंसे हुए थे, जिसमें 2 सरपंच, एक बीएमओ, एक सीएमएचओ समेत 19 स्टाफ नदी उस पार फंसे हुए थे. अनहोनी की आशंका से स्टाफ के लोग सहमे हुए थे, लेकिन सब सकुशल वापस लौट आए हैं.

आदिवासियों की मौत मामले में क्या बोले थे विधायक ?
बीजापुर SP आंजनेय वार्ष्णेय, कलेक्टर राजेन्द्र कटारा और विधायक विक्रम मंडावी दल बल के साथ मौतों की रहस्य को सुलझाने और लोगों से बातचीत कर सच्चाई जानने के लिए गए थे, जो वापस लौट गए हैं. विधायक विक्रम मंडावी ने LALLURAM.COM की टीम से बातचीत की थी, तो उन्होंने कहा था कि वहां की हालातों की स्वास्थ्य विभाग की टीम वास्तविक जानकारी दे पाएगी.

आदिवासियों की मौतों पर क्या बोले थे जनपद CEO ?

LALLURAM.COM की टीम ने जब 39 आदिवासियों की मौत पड़ताल करने गए जनपद CEO जेआर अरकरा से बातचीत की थी, तो उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे. उन्होंने कहा था कि मीडिया में जो खबरें 39-40 लोगों की मौत की चल रही है, ऐसा नहीं है. मौतें पुरानी हैं, जिसको जोड़कर बताया जा रहा है. मौतें हुईं हैं, लेकिन इतनी तादादत में नहीं है.

उन्होंने बताया था कि मेडिकल की तीन टीम बनाई गई थी, जिसमें तीनों टीम की रिपोर्ट डॉक्टर्स बनाएं हैं. टीम के आते ही खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से इतनी मौतें नहीं हुई हैं. गांव के लोगों से बाचचीत हुई है, जिसमें कहना है कि 6 महीने पुरानी मौतें, साल भर, डेढ़ साल पहले की आंकड़ों को पेश किया गया है. स्वास्थ्य टीम आंकड़े लेकर आ रही है, वो हकीकत बताएगी.

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https://youtu.be/z18m6RJU578

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