रायपुर. भिंडी की खेती ने बेमेतरा जिले को एक अलग पहचान दी है. जिला मुख्यालय से 50 किमी रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे के ग्राम टेमरी के किसान उन्नत खेती तकनीक से हर रोज मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. गांव की जनसंख्या 5 हजार है, लगभग 800 घरों की छोटी बस्ती में हर एक किसान भिंडी की पैदावार करता है.

किसानों ने बताया, यहां छोटे-छोटे रकबे में करीब 300-400 एकड़ में भिंडी का उत्पादन होता है. प्रतिदिन करीब 8-9 बड़े वाहनों से 20 हजार किलो भिंडी अन्य शहरों के लिए जाती है.

400 एकड़ में भिन्डी का उत्पादन, मुनाफा तीन गुना
किसान चून्नी साहू ने बताया, परंपरागत खेती से एक एकड़ खेत में धान लगाने पर बमुश्किल 20 हजार रुपए की आमदनी होती है. धान को पूरी तरह तैयार होने में 120-140 दिन का समय लग जाता है. वही भिन्डी 30-40 दिन में तैयारी हो जाती है. कृषक विदेशी देवांगन ने बताया, मौसम के अनुसार प्रति एकड़ एक से डेढ़ लाख तक का मुनाफा हो जाता है. लागत करीब 32-40 हजार रुपए आती है. किसान हीरा लाल साहू ने बताया, कम पानी में अच्छी इनकम होती है.

माल उठाने खेत तक आते हैं एजेंट
यहां की भिन्डी की डिमांड दूसरे प्रदेशों में हाथोहाथ है. आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, मध्यपद्रेश, झारखंड, बिलासपुर, कोराबा, रायपुर तक के एजेंट आते हैं. एजेंट खेतों से माल ले जाते हैं. शुरू से लास्ट तक रायपुर, बिलासपुर, कोरबा में मार्केटिंग पर अच्छा रेट मिलता है. धान की कटाई के तुरंत बाद ही भिंडी की बुआई हो जाएगी.

उद्यानिकी विभाग से मिलता है प्रोत्साहन
सरपंच शारदा साहू ने बताया, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लघु एवं सीमांत कृषकों के लिए अनेक कल्याणकारी योजना संचालित की जा रही है, जिसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है. उद्यान विभाग योजना का लाभ देते हुए किसानों को 10 हजार रुपए तक प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध कराती है. शासन की योजना एवं उद्यान विभाग की सलाह से भिंडी की खेती उसके लिए लाभप्रद साबित हुई है. भिंडी की खेती को अपनाकर किसान बेहद खुश है. अपने आसपास के किसान भाईयों को भी वह सब्जी की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. उद्यानिकी विभाग और राज्य सरकार के सहयोग से नई तकनीक से भिंडी की खेती कृषक कर रहे हैं.

भारत में भिंडी का सबसे ज्यादा उत्पादन
एफएओ के अनुसार (2019) भारत सब्जियों में अदरक और भिंडी का सबसे अधिक उत्पादन करता है और आलू, प्याज़, फूलगोभी, बैंगन, पत्तागोभी आदि उत्पादन में दूसरे स्थान पर हैं. फलों में केला (26.08त्न), पपीता (44.05त्न), आम (मंगुष्ठ और अमरूद सहित (45.89त्न) देश में प्रथम स्थान पर है.

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