रायपुर। शिक्षक दिवस पर राजधानी में शिक्षकों का आंदोलन दिखा। शिक्षाकर्मियों से लेकर अनुदान प्राप्त शिक्षकों के साथ औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ ने शिक्षक दिवस की जगह शिक्षक क्रांति दिवस मनाकर सरकार से सामने अपनी मांगें रखीं।

मंगलवार को राजधानी के धरनास्थल में प्रदेशभर के शिक्षाकर्मी समेत औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ और अनुदान प्राप्त शिक्षकों प्रदर्शन किया. तमाम संघों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदेश के अनुदान प्राप्त शिक्षक जहां 6 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं वहीं प्रदेशभर के शिक्षाकर्मी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं.

दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर में भी छत्तीसगढ़ के नवीन शिक्षाकर्मी संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया गया. संघ ने केन्द्र का ध्यान आकृष्ट करने अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की. शिक्षाकर्मियों ने मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहने की बात कही.

इधर शिक्षामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि शिक्षकों का यह तरीका उचित नहीं है। आज शिक्षकों का दिन है उनके सम्मान का दिन। शिक्षकों के सम्मान का सरकार पूरा ख्याल रख रही है। बावजूद इसके शिक्षाकर्मी शिक्षक दिवस को क्रांति दिवस के रूप मना रहे है यह अनुचित है। स्कूल शिक्षा मंत्री का यह भी कहना है कि सरकार लगातार शिक्षाकर्मियों की मांगों पर शिक्षक संघों से चर्चा कर रही है। हम हर स्तर पर शिक्षकों लाभ देने की कोशिश कर रहे हैं।