लखनऊ. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 परिणाम भले ही दस मार्च को आने हैं, लेकिन सोमवार शाम को एक्जिट पोल आने के बाद सभी दलों में खलबली मची है. इसी बीच रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि मानसिक दबाव बनाने के लिए यह एक्जिट पोल हो रहे हैं.

पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि जितने भी टीवी चैनल के एक्जिट पोल हैं, ये एक राय है. मैं तो इससे सहमत नहीं हूं. हमने इस बार के चुनाव में जो भी उत्साह देखा, उसमें लोगों के अंदर परिवर्तन लाने के लिए एक निश्चय था. मुझे लगता है उत्तर प्रदेश में नतीजे सर्वे से अलग होंगे. प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बनेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है.

उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी बूथ पर एक्जिट पोल वाले को देखा नहीं है. वह कहां से डेटा लाते हैं. उस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं. दस मार्च को परिणाम अच्छे आएंगे. दस मार्च को सरकार बनने जा रही है. यह मानसिक दबाव बनाने के लिए सर्वे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘योगी जी आजकल बुलडोजर लेकर लोगों को डरा रहे हैं. इन लोगों ने डराने के अलावा कुछ किया नहीं है. बहुत सारे मतदाता अपने मत के बारे में बताते नहीं है.’ उन्होंने कहा कि इस बार नतीजे अच्छे रहेंगे. लोकदल के पक्ष में माहौल है.

इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी टीवी चैनलों की भविष्यवाणी को खारिज करते हुए कहा था कि उन्हें जो दिखाना हो दिखाने दीजिए. हम बहुमत से जीत रहे हैं. एग्जिट पोल आने से पहले सोमवार को अखिलेश यादव ने एक मीडिया चैनल से हुई बातचीत के दौरान दावा किया कि हम इस बार 300 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहे हैं. हम प्रदेश में 300 से ज्यादा सीटों के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. उन्होंने प्रचार के दौरान झूठ और नकली डेटा पेश करने के लिए भाजपा पर जमकर निशाना साधा.

बता दें कि समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में पहली बार छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है. इनके साथ राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, अपना दल कमेरावादी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया तथा महानदल का गठबंधन है.