बिलासपुर। प्यार जो न कराए. बिलासपुर की युवती के प्यार मे जम्मू का एक शख्स नवाज़ अहमद इस कदर दीवाना हुआ कि पहले उसने घरबार छोड़ा, शहर छोड़ा, माशूका के शहरों के खाक छाने और अब जेल में है.

ऐसा नहीं है कि इस शख्स ने एकतरफा प्यार के जूनून में ये सब कर दिया. बल्कि मोहब्बत की लौ दोनों तरफ से रौशन थी. हालात कुछ ऐसे हो गए कि पुलिस को उसके पाकिस्तानी होने का शक हुआ और फिलहाल वो अपनी बेगुनाही का सबूत पुलिस को दे रहा है.

पहला पन्ना फेसबुक पर

मोहब्बत की इस दास्तां का पहला पन्ना फेसबुक पर लिखा गया. जहां बिलासपुर की 20 साल की लड़की और जम्मू निवासी नवाज़ अहमद चैटिंग किया करते थे. चैटिंग करते-करते कब पहचान दोस्ती में और दोस्ती प्यार में बदली, दोनों में से किसी को पता ही नहीं चला. जब हालात इस कदर हो गए कि एक दूसरे का मैसेज देखे बिना चैन नहीं आता था तो दोनों ने प्यार के इस रिश्ते को शादी में बदलने का फैसला किया.

लेकिन यहां एक दिक्कत थी. लड़की जम्मू जा नहीं सकती थी. इसलिए लड़का नवाज़ अपना शहर, घरबार और परिवार को छोड़कर बिलासपुर आ गया. पांच दिन तक बिलासपुर में रहने के दौरान दोनों एक दूसरे से मिले और बिलासपुर में ही अपना घर बसाने का फैसला किया. शादी के लिए ज़रूरी था रोज़गार और मकान.

लोगों को शक हुआ तो…

एक दुकान में सेल्समैन की नौकरी पक्की हो गई. रहने के लिए आशियाने की तलाश में जब नवाज़ दयालबंद पहुंचा तो यहीं से कहानी में नया मोड़ आ गया. नवाज़ ने जब खाली मकान के बारे में मालूमात की तो लोगों को उसके पाकिस्तानी होने का शक हुआ. खबर सिटी कोतवाली को की गई. पुलिस ने युवक को थाने में बिठाकर पुछताछ शुरु कर दी.

पुलिस को युवक ने अपना नाम पता बताया है. मार्कशीट दिखाई है. अब पुलिस मोबाइल के रिकार्ड खंगाल रही है ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि वो आशिक है कोई जासूस या आतंकवादी नहीं.